गुरुग्रामः एनसीआर में शातिर ठगों ने आतंक मचा रखा है। लोगों के साथ धोखाधड़ी करते-करते अब जालसाज सीधे एटीएम को निशाना बनाने लगे हैं। इस महीने अब तक एनसीआर में एटीएम से 85 लाख रुपये से अधिक जालसाज निकाल चुके हैं। शिकायत के आधार पर साइबर क्राइम थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। बताया जाता है कि बैंक ने एहतियातन कई एटीएम को बंद कर दिया है। हालांकि पुलिस को इस गिरोह को पकडने में कामयाबी नहीं मिली है।
एटीएम में पैसे डालने की जिम्मेदारी अलग-अलग निजी कंपनियों को दे रखी है। कंपनियों द्वारा दी गई रिपोर्ट के मुताबिक आरडी सिटी इलाके के एटीएम से इस महीने की शुरुआत में 25,40,000 हजार रुपये निकाले गए। इस बारे में कंपनी ने बैंक को 12 अप्रैल को सूचना दी। सीसीटीवी कैमरों की फुटेज से पता चला कि एटीएम व स्विच के बीच डाटा केबल पर कोई इलेक्ट्रानिक एक्यूपमेंट लगाकर पैसे निकाल गए। सेक्टर-14 इलाके के एटीएम से 10 अप्रैल को 1,60,000 रुपये निकाले गए। इसके लिए भी एटीएम व स्विच के बीच डाटा केबल पर इलेक्ट्रानिक एक्यूपमेंट लगाने की बात सामने आई है। एटीएम के नजदीक से एक मोबाइल व कुछ इलेक्ट्रानिक उपकरण भी बरामद किए गए हैं।
सोहना रोड ओमैक्स सिटी सेंटर के नजदीक एटीएम से 14 अप्रैल को 4.5 लाख रुपये निकाले जाने की बात सामने आई है। राजेंद्रा पार्क इलाके के एटीएम से 13 अप्रैल को 16.20 लाख रुपये निकाले गए। इसी तरह 17 अप्रैल को साउथ सिटी आर्केड के नजदीक एटीएम से 9.80 लाख रुपये निकाले गए। पीएनबी की सेक्टर-45 शाखा के वरिष्ठ प्रबंधक पवन कुमार सिंह कहते हैं कि छानबीन से धोखाधड़ी का आंकड़ा और बढ़ सकता है। छानबीन से पता चलेगा कि किस तरह से जालसाज एटीएम से पैसे निकालते हैं।
बता दें कि साइबर सिटी में हर तरफ जालसाजों का जाल है। अधिकतर एटीएम के नजदीक जालसाज खड़े रहते हैं। जैसे ही मौका मिलता है वे या तो एटीएम कार्ड बदल लेते हैं या फिर पिन नंबर देख लेते हैं। बाद में पैसे निकाल लेते हैं। सबसे हास्यास्पद स्थिति यह है कि पुलिस लगातार बैंकों से अपील कर रही है कि सभी एटीएम पर गार्ड तैनात करें लेकिन इसके ऊपर गंभीरता से ध्यान नहीं दिया जा रहा है। गार्ड की तैनाती पर ध्यान दिया जाता तो आरोपित बेखौफ होकर वारदात नहीं करते। पिछले कुछ सालों के दौरान 20 से अधिक एटीएम को काटकर या उखाड़कर उनमें से पैसे निकाले जा चुके हैं। इलेक्ट्रानिक एक्विपमेंट लगाकर एटीएम से सीधे पैसे निकालने का मामला काफी गंभीर है। साइबर क्राइम थाना पुलिस मामले की बारीकी से जांच कर रही है।