Faridabad: हरियाणा के फरीदाबाद में केंद्र सरकार की Ayushman Yojana का लाभ मरीजों को नहीं मिल पा रहा है। यहां के निजी अस्पताल (Private Hospitals) आर्थिक रूप से कमजोर मरीजों को बिना इलाज किए ही वापस लौटा रहे हैं। अस्पतालों का कहना है कि सरकार द्वारा समय पर भुगतान नहीं किया जा रहा और इलाज के लिए कम दरें तय की गई हैं, जिससे उन्हें घाटा हो रहा है।
8 करोड़ रुपये का बकाया, इलाज करने से बच रहे अस्पताल
सूत्रों के अनुसार, फरीदाबाद के निजी अस्पतालों का 8 करोड़ रुपये सरकार से बकाया है। राज्यभर के निजी अस्पतालों के 350 करोड़ रुपये अब तक लंबित हैं। यही कारण है कि अधिकतर अस्पताल Ayushman Yojana के मरीजों को भर्ती करने से बच रहे हैं।
क्या है Ayushman Bharat Yojana?
2018 में शुरू हुई Ayushman Bharat Yojana का उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग को निजी अस्पतालों में 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज देना है। सरकार इसका खर्च वहन करती है, लेकिन समय पर भुगतान न होने की वजह से अस्पताल अब योजना के मरीजों को भर्ती नहीं कर रहे हैं।
IMA Ayushman Committee ने क्या कहा?
IMA Ayushman Committee के चेयरमैन डॉ. सुरेश अरोड़ा ने कहा कि सरकार इलाज के लिए बहुत कम रेट तय करती है और बिल में कटौती भी की जाती है। इसके चलते अस्पतालों को भारी नुकसान उठाना पड़ता है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) ने क्या कहा?
CMO डॉ. अशोक कुमार का कहना है कि उनके पास ऐसी कोई शिकायत नहीं आई कि निजी अस्पतालों ने किसी मरीज को भर्ती करने से इनकार कर दिया हो। यदि किसी को समस्या हो तो वे मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में लिखित शिकायत दर्ज कराएं।
मरीजों की परेशानी: बेड नहीं है, कहकर लौटाया
- भारत कॉलोनी निवासी संजू की पत्नी के कंधे की हड्डी टूट गई थी, लेकिन किसी भी निजी अस्पताल ने भर्ती नहीं किया।
- एसी नगर निवासी सीमा गंभीर रूप से बीमार थीं, लेकिन बड़े अस्पतालों ने बेड न होने का बहाना बनाकर भर्ती नहीं किया। बाद में अधिकारी की सिफारिश के बाद इलाज संभव हुआ।
सरकारी अस्पतालों में लंबी कतार, प्राइवेट में इलाज से इनकार
फरीदाबाद के सरकारी अस्पतालों में पहले से ही भारी भीड़ होती है। ऐसे में निजी अस्पतालों द्वारा भर्ती से इनकार करने पर मरीजों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सरकार को जल्द से जल्द अस्पतालों का भुगतान करना चाहिए, ताकि गरीब मरीजों को समय पर इलाज मिल सके।

















