- पहले नगर परिषद और पुलिस से एनओसी लाओ, बाद में एसडीएम से अनुमति मिलेगी.
- कागजात जमा कराने को लाइन लगाने की भी जगह नहीं, 500 से ज्यादा आवेदन आ चुके
रेवाडीः कोरोना संक्रमण बढ़ने के कारण विवाह आयोजनों की अनुमति लेना आम आदमी के लिए परेशानी बन गया है। इससे कोविड-19 प्रोटोकॉल के तहत जरूरी नियम सोशल डिस्टेसिंग को सबसे पहले तोड़ा जा रहा है। लोगों के बड़ी संख्या में अनुमति लेने के लिए आने के चलते जिला सचिवालय स्थित सरल केंद्र में जबरदस्त भीड़ उमड़ रही है।
इस भीड़ को खुद अधिकारियों की हल्की प्लानिंग ने ही बढ़ाया हुआ है। सचिवालय में परमिशन की एप्लीकेशन लगा रहे लोगों को नगर परिषद के साथ ही पुलिस अधिकारियों के कार्यालयों के चक्कर लगवाए जा रहे हैं। हालांकि सरल केंद्र में भीड़ अधिक होने पर अधिकारियों ने समाधान पर भी मंथन किया, मगर इससे उल्टा ही असर पड़ता नजर आ रहा है।
अधिकारियों ने नया आदेश जारी किए हैं कि विवाह आयोजनों के लिए पहले शहरी क्षेत्र के लोग पहले नगर परिषद से तथा ग्रामीण क्षेत्र के लोग बीडीपीओ कार्यालय के साथ ही संबंधित थाना से अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) लेकर आएंगे तथा फिर सचिवालय आकर अनुमति की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। टोकन सिस्टम लागू किया, मगर उसमें भी लोगों को दो बार सचिवालय आने की शर्त लगा दी। बता दें कि अभी तक 500 से ज्यादा आवेदन आ चुके हैं। इनमें से 25% लोगों को भी अनुमति नहीं मिल पाई है।
सोशल डिस्टेंसिंग कैसे हो? 6 फीट में 6 से ज्यादा लोग खड़े
कोविड प्रोटोकॉल के तहत संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए कम से कम 6 फीट की सामाजिक दूरी (सोशल डिस्टेंसिंग) जरूरी है। सोमवार को सचिवालय के सरल केंद्र में इससे उलट हालात नजर आए। यहां 6 फीट की दूरी पर 6 से ज्यादा लोग खड़े नजर आए।
सख्ती के चलते एक-दूसरे को देखकर मास्क का प्रयोग तो ज्यादातर लोगों ने किया था, मगर एक दूसरे के पूरी तरह संपर्क में रहे। व्यवस्था बनाने के लिए पुलिसकर्मी तक की तैनाती की गई थी, मगर लोग विवाह आयोजनों की अनुमति लेने के लिए भीड़ में ही कतार में लगे रहे।
परमिशन को प्रशासन के दो आदेश
नप व पुलिस से लाएं एनओसी : एसडीएम रविन्द्र यादव के अनुसार शादी, धार्मिक आयोजन, जागरण, की अनुमति के लिए उनके (एसडीएम) कार्यालय में आने से पहले संबंधित पुलिस थाना व ग्रामीण क्षेत्र के निवासी बीडीपीओ व शहरी क्षेत्र के लोग नप या नपा से अनापत्ति प्रमाण पत्र लेकर आएं।
पहले टोकन, अगले दिन अनुमति पत्र लें जाएं
नगर परिषद या बीडीपीओ के बाद पुलिस से एनओसी लेने के बाद एसडीएम कार्यालय में आना हेागा। यहां टोकन दिया जाएगा। टोकन के दूसरे दिन अनुमति पत्र कार्यालय से प्राप्त कर सकते हैं। यानी फिर से एसडीएम ऑफिस ही आना होगा, ताकि अनुमति मिल सके।
नप व पुलिस से लाएं एनओसी
एसडीएम रविन्द्र यादव के अनुसार शादी, धार्मिक आयोजन, जागरण, की अनुमति के लिए उनके (एसडीएम) कार्यालय में आने से पहले संबंधित पुलिस थाना व ग्रामीण क्षेत्र के निवासी बीडीपीओ व शहरी क्षेत्र के लोग नप या नपा से अनापत्ति प्रमाण पत्र लेकर आएं।
पहले टोकन, अगले दिन अनुमति पत्र लें जाएं
नगर परिषद या बीडीपीओ के बाद पुलिस से एनओसी लेने के बाद एसडीएम कार्यालय में आना हेागा। यहां टोकन दिया जाएगा। टोकन के दूसरे दिन अनुमति पत्र कार्यालय से प्राप्त कर सकते हैं। यानी फिर से एसडीएम ऑफिस ही आना होगा, ताकि अनुमति मिल सके।