Weather Update: आज फिर होगी झमाझम बारिश, अलर्ट जारी, जाने अपने शहर का मौसम का हाल
हरियाणा में आज फिर बारिश की संभावना जताई जा रही है, जिसके चलते मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है। चंडीगढ़ और पंचकुला में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है, वहीं अंबाला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, कैथल और करनाल जिलों में भी बूंदाबांदी हो सकती है।

Weather Update: Haryana में एक बार फिर से बारिश का अनुमान जताया गया है। मौसम विभाग ने राज्य के विभिन्न हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ ही ओलावृष्टि और आंधी-तूफान की संभावना जताई है। मौसम विभाग द्वारा जारी येलो अलर्ट के अनुसार, राज्य के कुछ जिलों में आज तेज बारिश हो सकती है, जिससे तापमान में भी गिरावट आएगी। आइए जानते हैं कि हरियाणा के किन जिलों में बारिश की संभावना है और राज्य का मौसम आज कैसा रहेगा।
बारिश की संभावना वाले जिले
मौसम विभाग के अनुसार, आज हरियाणा के चंडीगढ़ और पंचकूला में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। इसके अलावा, अम्बाला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, कैथल और करनाल जिलों में भी बारिश की संभावना जताई गई है। इन जिलों में हल्की बूंदाबांदी या बारिश हो सकती है, जबकि चंडीगढ़, पंचकूला, यमुनानगर, अम्बाला और कुरुक्षेत्र जिलों में बारिश के साथ ओलावृष्टि और आंधी-तूफान की भी संभावना है।
मौसम विभाग ने यह भी बताया है कि इन जिलों में भारी बारिश हो सकती है और इस दौरान आंधी-तूफान तथा बिजली गिरने की घटनाएं भी हो सकती हैं। ऐसे में लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। बारिश और तूफान के कारण तापमान में भी गिरावट आ सकती है, जिससे मौसम में ठंडक महसूस हो सकती है।
मौसम में होने वाली बदलावट
मौसम विभाग के अनुसार, हरियाणा में 5 मार्च तक मौसम का मिजाज बदला रहेगा। इस दौरान राज्य में बारिश, बादल, और आंधी-तूफान जैसी घटनाएं हो सकती हैं। 5 मार्च के बाद, राज्य में मौसम में एक बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है, जिसमें बारिश का सिलसिला थम सकता है और मौसम कुछ दिनों के लिए साफ हो सकता है। हालांकि, मार्च के पहले हफ्ते में लगातार बदलते मौसम से किसान भाईयों को अपनी फसलों की देखभाल में कठिनाई हो सकती है।
आज के लिए हरियाणा में तापमान का अनुमान
आज हरियाणा में अधिकतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान है। यह तापमान सामान्य से थोड़ा नीचे रह सकता है, क्योंकि बारिश और बादल के कारण मौसम ठंडा रहेगा। वहीं, मंगलवार को अधिकतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस तक गिरने का अनुमान है, जबकि न्यूनतम तापमान 11 डिग्री सेल्सियस तक हो सकता है।
कृषि पर असर
बारिश और ठंडी हवाओं के कारण किसानों के लिए यह मौसम मिश्रित असर डाल सकता है। कुछ फसलों के लिए यह मौसम लाभकारी हो सकता है, क्योंकि हल्की बारिश से मिट्टी में नमी बनी रहेगी, लेकिन तेज बारिश और आंधी-तूफान से फसलों को नुकसान भी हो सकता है। खासकर उन किसानों को सावधान रहना चाहिए, जिनकी फसलें कटाई के अंतिम चरण में हैं या जिन्हें अचानक बारिश से बचाने की आवश्यकता है।
इसके अलावा, यह समय ऐसा है जब बागवानी और अन्य कृषि कार्यों के लिए किसानों को मौसम की निगरानी करते रहना चाहिए, ताकि फसलों पर कोई अप्रत्याशित प्रभाव न पड़े।
यातायात पर प्रभाव
बारिश और आंधी के कारण यातायात पर भी असर पड़ सकता है। खासकर चंडीगढ़, पंचकूला, यमुनानगर, अम्बाला और कुरुक्षेत्र जैसे जिलों में तेज बारिश और आंधी से सड़कें गीली और फिसलन भरी हो सकती हैं, जिससे वाहन चालकों को धीमी गति से वाहन चलाने की सलाह दी जाती है। वहीं, बिजली गिरने के कारण बिजली आपूर्ति में भी बाधा आ सकती है। इस दौरान बिजली कटौती और सड़क हादसों के जोखिम को कम करने के लिए सड़क और ट्रैफिक विभाग को सक्रिय रहने की जरूरत है।
सावधानियां बरतने की सलाह
मौसम विभाग के अनुसार, इस समय बारिश और आंधी के दौरान कुछ महत्वपूर्ण सावधानियां बरतना जरूरी है:
- यातायात में सावधानी बरतें: बारिश और फिसलन के कारण वाहन चलाने में कठिनाई हो सकती है। इसलिए वाहन धीमी गति से चलाएं और ट्रैफिक नियमों का पालन करें।
- कृषि कार्यों में सतर्कता रखें: अगर आप किसान हैं तो बारिश और आंधी से बचने के लिए अपनी फसलों की सुरक्षा के उपाय करें। जरूरत पड़ने पर फसल को बचाने के लिए शीघ्र कदम उठाएं।
- बिजली और आंधी से बचें: आंधी-तूफान के दौरान बिजली गिरने की संभावना रहती है। ऐसे में खुले स्थानों से दूर रहें और सुरक्षित स्थान पर शरण लें।
- स्वास्थ्य का ध्यान रखें: ठंडे मौसम के कारण सर्दी-जुकाम और फ्लू जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है, इसलिए गर्म कपड़े पहनें और अपनी सेहत का ख्याल रखें।
हरियाणा में आज और अगले कुछ दिनों तक मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा। हल्की से मध्यम बारिश, आंधी और तूफान की संभावना जताई गई है। तापमान में गिरावट आ सकती है, जिससे ठंडक बढ़ेगी। इस दौरान किसानों और यात्री दोनों को सावधान रहने की आवश्यकता है। मौसम के इस बदलाव के साथ, सरकार और संबंधित विभागों को भी सतर्क रहकर उपयुक्त कदम उठाने की जरूरत है ताकि जनता को किसी प्रकार की कठिनाई का सामना न करना पड़े।