Haryana में बैमौमस की बारिश ने मचाई तबाही, मुख्यमंत्री ने किया नुकसान का आकलन और मुआवजे का आदेश
हरियाणा में 27-28 फरवरी को हुई असमय बारिश और ओलावृष्टि से किसानों की फसलें बुरी तरह प्रभावित हुईं। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने नुकसान का आकलन कर किसानों को शीघ्र मुआवजा देने का निर्देश दिया। सरकार जल्द ही मुआवजा पोर्टल लॉन्च करेगी, जिससे पारदर्शी तरीके से राहत राशि वितरित होगी।

Haryana में असमय बारिश और ओलावृष्टि के कारण किसानों की फसलें बुरी तरह से प्रभावित हुई हैं। फरवरी महीने के 27 और 28 तारीख को राज्य के कई हिस्सों में ओलावृष्टि के साथ बारिश हुई, जिससे रबी फसलों को भारी नुकसान हुआ है। इस नुकसान के मद्देनजर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने जिला उपायुक्तों से रिपोर्ट तलब की है, ताकि फसलों के नुकसान का आकलन किया जा सके और प्रभावित किसानों को उचित मुआवजा दिया जा सके।
मुख्यमंत्री ने सभी जिला उपायुक्तों को निर्देश दिया है कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में किसानों की फसलों के नुकसान का सही-सही आकलन करें और तुरंत रिपोर्ट भेजें। ताकि राज्य सरकार मुआवजे की प्रक्रिया शुरू कर सके और किसानों को शीघ्र राहत मिल सके। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि इस रिपोर्ट के आधार पर एक मुआवजा पोर्टल खोला जाएगा, जिससे किसानों को उनके नुकसान का उचित मुआवजा दिया जा सके।
असमय बारिश और ओलावृष्टि से फसलों को नुकसान
हरियाणा में 27 और 28 फरवरी को कई क्षेत्रों में हुई असमय बारिश और ओलावृष्टि ने किसानों के लिए एक बड़ी चुनौती खड़ी कर दी है। ओलावृष्टि के कारण गेहूं, सरसों, चना और अन्य रबी फसलों को भारी नुकसान हुआ है। इन फसलों की फसलें पूरी तरह से नष्ट हो गईं हैं। ओले गिरने से फसलों की उपज में कमी आई है और कई स्थानों पर पानी भर जाने के कारण फसलें बर्बाद हो गई हैं। इस प्राकृतिक आपदा ने किसानों को गहरे वित्तीय संकट में डाल दिया है।
कृषि विशेषज्ञों के अनुसार, असमय बारिश और ओलावृष्टि का सबसे ज्यादा असर रबी फसलों पर पड़ता है, जो इस समय खेतों में तैयार हो रही होती हैं। ओलावृष्टि से न केवल फसलों की उपज पर असर पड़ता है, बल्कि इससे फसलों की गुणवत्ता भी खराब हो जाती है। ऐसे में किसानों के लिए यह स्थिति बेहद कठिनाईपूर्ण हो गई है, क्योंकि उनकी पूरी मेहनत एक पल में बर्बाद हो गई है।
मुख्यमंत्री ने मुआवजे की प्रक्रिया शुरू करने का निर्देश दिया
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने इस नुकसान का तत्काल आकलन करने के लिए सभी जिला उपायुक्तों को निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पूरी तरह से किसानों के साथ है और उनके नुकसान का सही आकलन करने के बाद मुआवजे की प्रक्रिया जल्द शुरू की जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा, “हम चाहते हैं कि जितनी जल्दी हो सके किसानों को उनके नुकसान का मुआवजा मिले, ताकि वे अपने परिवार और खेतों के लिए फिर से मेहनत शुरू कर सकें।”
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि जिला उपायुक्तों को यह निर्देश दिया गया है कि वे अपने-अपने जिलों में नुकसान का सही आकलन करें और इस रिपोर्ट को जल्द से जल्द मुख्यालय भेजें। इसके बाद, राज्य सरकार मुआवजे के लिए एक पोर्टल खोलेगी, ताकि किसानों को ऑनलाइन माध्यम से मुआवजा दिया जा सके।
मुआवजे के लिए पोर्टल की शुरुआत
मुख्यमंत्री ने मुआवजे के वितरण के लिए पोर्टल खोलने की योजना का ऐलान किया है। इस पोर्टल के माध्यम से प्रभावित किसान अपने नुकसान का विवरण दर्ज कर सकते हैं। इसके बाद, राज्य सरकार उनकी रिपोर्ट का सही से आकलन करेगी और मुआवजा देने की प्रक्रिया शुरू करेगी। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि मुआवजे का वितरण पारदर्शी तरीके से किया जाएगा, ताकि कोई भी किसान इसका लाभ प्राप्त करने से वंचित न हो।
राज्य सरकार ने पहले ही किसानों को राहत देने के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं। इस पोर्टल के माध्यम से किसानों को तेजी से मुआवजा मिलेगा, जिससे उनका आर्थिक बोझ हल्का हो सके। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि राज्य सरकार ने पहले ही प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्य शुरू कर दिए हैं और किसानों को सभी प्रकार की सहायता उपलब्ध कराई जाएगी।
राज्य सरकार की राहत योजनाएं
राज्य सरकार ने किसानों के नुकसान की भरपाई करने के लिए विभिन्न राहत योजनाएं शुरू की हैं। इन योजनाओं के तहत, किसानों को उनकी फसल के नुकसान का मुआवजा दिया जाएगा। इसके साथ ही, किसानों के लिए बैंक लोन की पुनः व्यवस्था, बीमा दावा और अन्य वित्तीय सहायता भी प्रदान की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि किसानों को राहत देने के लिए राज्य सरकार पूरी तरह से प्रतिबद्ध है और वह किसी भी प्रकार की आपदा के समय किसानों की मदद के लिए तत्पर रहेगी। राज्य सरकार ने किसानों के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं, जिनके माध्यम से किसान अपनी समस्याओं का समाधान प्राप्त कर सकते हैं।
हरियाणा में असमय बारिश और ओलावृष्टि से किसानों की फसलों को भारी नुकसान हुआ है, जिससे वे आर्थिक संकट का सामना कर रहे हैं। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने इस नुकसान का आकलन करने और किसानों को शीघ्र मुआवजा देने के लिए एक रिपोर्ट तलब की है। इसके तहत, एक मुआवजा पोर्टल खोला जाएगा, जिससे किसानों को जल्दी राहत मिलेगी।
राज्य सरकार ने इस आपदा के मद्देनजर विभिन्न राहत योजनाएं शुरू की हैं और किसानों को हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया है। इस संकट के बावजूद, मुख्यमंत्री ने किसानों को यकीन दिलाया है कि राज्य सरकार उनकी मदद के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।