Chirag Yojana: हरियाणा के निजी स्कूलों में मुफ्त शिक्षा के लिए एडमिशन शेड्यूल जारी

Chirag Yojana: हरियाणा सरकार आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS) के बच्चों को मुफ्त शिक्षा प्रदान करने के लिए चिराग योजना चला रही है। इस योजना के तहत, कक्षा 5वीं से 12वीं तक के छात्र-छात्राएं निजी स्कूलों में मुफ्त शिक्षा प्राप्त कर सकते हैं। राज्य के शिक्षा विभाग ने इस योजना के तहत प्रवेश प्रक्रिया का शेड्यूल जारी कर दिया है, जिससे योग्य छात्रों को समय पर आवेदन करने का मौका मिलेगा।
15 मार्च से शुरू होगी आवेदन प्रक्रिया
चिराग योजना के तहत प्रवेश प्रक्रिया 15 मार्च से शुरू होगी। इस योजना के तहत योग्य छात्रों का चयन ड्रा (लॉटरी) प्रक्रिया के माध्यम से किया जाएगा, जो 1 अप्रैल से 5 अप्रैल के बीच आयोजित होगी। लॉटरी प्रक्रिया पूरी होने के बाद, 15 अप्रैल तक निजी स्कूलों को प्रवेश प्रक्रिया पूरी करनी होगी। इस अवधि के दौरान, चयनित छात्रों की सूची संबंधित स्कूलों के नोटिस बोर्ड पर चस्पा की जाएगी।
कैसे करें आवेदन?
इस योजना के तहत प्रवेश लेने के लिए निजी स्कूलों को भी अपनी सहमति दर्ज करानी होगी। निजी स्कूल 24 फरवरी से 7 मार्च के बीच शिक्षा विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर अपनी स्वीकृति दर्ज करा सकते हैं। इसके बाद ही वे इस योजना के तहत छात्रों को प्रवेश देने के लिए पात्र होंगे।
चिराग योजना के लाभ
- आर्थिक सहायता – गरीब एवं आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों को मुफ्त शिक्षा का अवसर मिलता है।
- बेहतर शिक्षा का मौका – सरकारी स्कूलों की तुलना में निजी स्कूलों में अधिक सुविधाएं होती हैं, जिससे छात्रों को बेहतर शिक्षा मिलती है।
- विस्तृत कक्षाएं – इस योजना के तहत कक्षा 5वीं से 12वीं तक के छात्र-छात्राओं को प्रवेश मिलता है।
- निजी स्कूलों में दाखिला – चयनित छात्रों को निजी स्कूलों में शिक्षा प्राप्त करने का अवसर मिलता है, जिससे वे उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा हासिल कर सकते हैं।
कौन-कौन कर सकता है आवेदन?
- इस योजना के लिए केवल आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS) के छात्र-छात्राएं ही पात्र होंगे।
- आवेदन करने वाले छात्रों के अभिभावकों की वार्षिक आय सरकार द्वारा निर्धारित सीमा से अधिक नहीं होनी चाहिए।
- आवेदन प्रक्रिया के दौरान सभी आवश्यक दस्तावेज प्रस्तुत करने होंगे।
स्कूलों की जिम्मेदारी
- निजी स्कूलों को 24 फरवरी से 7 मार्च के बीच शिक्षा विभाग की वेबसाइट पर जाकर अपनी सहमति दर्ज करनी होगी।
- लॉटरी प्रक्रिया पूरी होने के बाद, चयनित छात्रों को 15 अप्रैल तक प्रवेश देना अनिवार्य होगा।
- सफल छात्रों की सूची को स्कूलों के नोटिस बोर्ड पर चस्पा करना होगा ताकि पारदर्शिता बनी रहे।
चिराग योजना हरियाणा सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल है, जो गरीब बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से लागू की गई है। यह योजना उन बच्चों के लिए बेहतर अवसर प्रदान करेगी जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं लेकिन निजी स्कूलों में पढ़ाई करना चाहते हैं। इस योजना से न केवल गरीब बच्चों को सुविधाजनक शिक्षा मिलेगी बल्कि राज्य में शिक्षा के स्तर में सुधार भी होगा।