Haryana के खिलाड़ियों ने हमेशा से ही देश को गौरवान्वित किया है। ऐसा ही एक नाम उभरकर सामने आया है फतेहाबाद जिले के टोहाना विधानसभा के बस्ती गांव की रहने वाली पूजा का, जिसने 38वें नेशनल गेम्स में उच्च कूद (हाई जंप) में नया राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाते हुए स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाया है। पूजा ने 1.84 मीटर की ऊंचाई तक छलांग लगाकर इतिहास रच दिया।
राष्ट्रीय खेलों में हरियाणा के खिलाड़ियों का दबदबा
उत्तराखंड में चल रहे 38वें राष्ट्रीय खेलों में हरियाणा के खिलाड़ी शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं। बुधवार को हुई हाई जंप प्रतियोगिता में पूजा ने नया कीर्तिमान स्थापित किया। तमिलनाडु की गोबिका ने 1.79 मीटर की कूद लगाकर रजत पदक जीता, जबकि फतेहाबाद की ही रेखा ने 1.77 मीटर की कूद लगाकर कांस्य पदक हासिल किया।
गौरतलब है कि इससे पहले वर्ष 2022 के नेशनल गेम्स में पश्चिम बंगाल की स्वप्ना बर्मन ने 1.83 मीटर की छलांग लगाकर राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया था। लेकिन पूजा ने इस रिकॉर्ड को तोड़ते हुए नया इतिहास रच दिया।
संघर्ष से सफलता तक का सफर
पूजा के कोच बलवान पराटा, जो पराटा स्पोर्ट्स अकादमी के निदेशक भी हैं, ने बताया कि पूजा एक साधारण परिवार से ताल्लुक रखती हैं। उनके पिता एक राजमिस्त्री हैं और मां गृहिणी हैं। सीमित संसाधनों के बावजूद, पूजा ने कड़ी मेहनत और समर्पण से यह उपलब्धि हासिल की।
पूजा ने बताया, “मैंने हाल ही में उत्तराखंड में आयोजित राष्ट्रीय खेलों में भाग लिया, जो 18 जनवरी से शुरू हुए थे। मेरा इवेंट 12 फरवरी को था, जिसमें मैंने 1.84 मीटर की ऊंचाई तक छलांग लगाकर गोल्ड मेडल जीता।”
पूजा ने आगे कहा कि वह हर दिन पराटा के सरकारी स्कूल में 8 घंटे तक अभ्यास करती हैं। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय अपने कोच और माता-पिता को दिया।
सरकारी सहायता की दरकार
पूजा ने यह भी बताया कि सरकार द्वारा खिलाड़ियों को दी जाने वाली छात्रवृत्ति पिछले दो वर्षों से बंद है, जिससे उन्हें आर्थिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने सरकार से अपील की कि खिलाड़ियों को समय पर आर्थिक सहायता मिले, ताकि वे अपनी ट्रेनिंग बेहतर तरीके से कर सकें और देश के लिए और भी बड़े कीर्तिमान स्थापित कर सकें।
पूजा का अगला लक्ष्य
अपनी इस शानदार जीत के बाद पूजा अब अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भारत का प्रतिनिधित्व करना चाहती हैं। उनका सपना है कि वह ओलंपिक्स में भाग लेकर देश के लिए स्वर्ण पदक जीतें।
पूजा की इस उपलब्धि से न केवल उनके परिवार, बल्कि पूरे हरियाणा में खुशी की लहर दौड़ गई है। उनके गांव और जिले के लोग इस सफलता का जश्न मना रहे हैं।
हरियाणा सरकार और खेल संघ को अब ऐसे प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को आगे बढ़ाने के लिए जरूरी संसाधन और आर्थिक मदद उपलब्ध करानी चाहिए, ताकि वे आने वाले समय में देश का नाम रोशन कर सकें।

















