मौसमदिल्लीबिहार विधानसभा चुनाव 2025CET 2025राजस्थानमनोरंजनराशिफलबिजनेसऑटो मोबाइलरेवाड़ीआध्यात्मिकअन्य

UP-Delhi-Haryana के लिए बनने वाला नया रेलवे कॉरिडोर, नोएडा-गाजियाबाद से मेरठ तक चलेगी ट्रेन

On: February 13, 2025 4:38 PM
Follow Us:
रेलवे

UP-Delhi-Haryana: दिल्ली और हरियाणा को जोड़ने वाला ईस्टर्न ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर (Eastern Orbital Rail Corridor) एक महत्वपूर्ण और महत्वाकांक्षी परियोजना है, जिसे आने वाले समय में पूरी तरह से लागू किया जाएगा।

यह रेल कॉरिडोर ना केवल इन क्षेत्रों के बीच यात्रा को आसान बनाएगा, बल्कि क्षेत्रीय आर्थिक विकास को भी गति देगा। इस परियोजना की विशेषता यह है कि यह क्षेत्रीय यातायात को सुगम बनाएगा और उद्योगों की गति को तेज करेगा।

क्या है ईस्टर्न ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर?

ईस्टर्न ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर एक रेल मार्ग है, जिसे दिल्ली-एनसीआर (NCR) और हरियाणा के विभिन्न क्षेत्रों में बनाया जाएगा। यह रेल कॉरिडोर गाजियाबाद, बागपत, मेरठ और गौतम बुद्ध नगर जैसे उत्तर प्रदेश के प्रमुख जिलों से होकर गुजरेगा। यह परियोजना यूपी सरकार की तरफ से एक महत्वपूर्ण कदम है, जो इन क्षेत्रीय क्षेत्रों के बीच यातायात और व्यापार को बढ़ावा देने के लिए बनाई जा रही है।

यह रेल कॉरिडोर यूपी और हरियाणा के बीच यात्रा को आसान बनाएगा, वहीं दिल्ली-एनसीआर के बीच माल ढुलाई की प्रक्रिया को भी तेजी से पूरा करने में मदद करेगा। इस रेल मार्ग के जरिए हरियाणा और यूपी के बीच सड़क यातायात की समस्या को हल करने में मदद मिलेगी और एक लंबी दूरी की यात्रा को भी कम समय में पूरा किया जा सकेगा।

यह भी पढ़ें  NCR Crime: शराब तस्करी का नया हथकंडा, आश्रम एक्सप्रेस से भारी मात्रा शराब बरामद

प्रमुख शहरों को मिलेगा सीधा संपर्क

इस कॉरिडोर के निर्माण से उत्तर प्रदेश, दिल्ली और हरियाणा के प्रमुख शहरों के बीच यात्रा करना बेहद आसान हो जाएगा। खासकर नोएडा, ग्रेटर नोएडा जैसे शहरों को इस रेल कॉरिडोर के माध्यम से बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी। गाजियाबाद और मेरठ जैसे शहरों को एक साथ जोड़ने वाला यह कॉरिडोर उद्योगों और व्यापार के लिहाज से बहुत महत्वपूर्ण साबित होगा।

इसके अलावा, इस रेल मार्ग से जुड़े शहरों में सार्वजनिक परिवहन की सुविधा भी बेहतर होगी, जिससे यात्री आसानी से इन शहरों के बीच यात्रा कर सकेंगे। यह परियोजना न केवल यात्री यात्रा को बेहतर बनाएगी, बल्कि माल परिवहन में भी गति प्रदान करेगी।

उद्योग और व्यापार के लिए होगा लाभकारी

ईस्टर्न ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर का एक महत्वपूर्ण पहलू यह है कि इस कॉरिडोर से औद्योगिक विकास को बढ़ावा मिलेगा। गाजियाबाद और दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में स्थित उद्योगों को माल परिवहन के लिए एक सस्ता और तेज़ तरीका मिलेगा। इस कॉरिडोर के माध्यम से मालवाहन के लिए रेल मार्ग तैयार होने से उद्योगों को लागत में कमी आएगी और व्यापार में भी तेजी आएगी।

इस रेल कॉरिडोर की शुरुआत से उत्तर प्रदेश और हरियाणा के उद्योगों को अंतरराष्ट्रीय बाजारों से बेहतर संपर्क मिलेगा। गाजियाबाद और नोएडा जैसे औद्योगिक क्षेत्र, जहां पहले सड़क परिवहन की भारी दबाव था, अब रेलवे के जरिए माल ढुलाई कर सकेंगे। यह न केवल औद्योगिक विकास को बढ़ावा देगा बल्कि रोजगार के अवसर भी पैदा करेगा।

यह भी पढ़ें  Rewari: GRP के जवान की मौत, डूंगरवास में राजकीय सम्मान से किया अंतिम संस्कार

प्रदूषण में कमी आएगी

एक और बड़ा लाभ यह है कि इस रेल कॉरिडोर के माध्यम से माल ढुलाई की प्रक्रिया को अधिक पर्यावरण-अनुकूल बनाया जाएगा। फिलहाल सड़क परिवहन से भारी ट्रैफिक और प्रदूषण की समस्या बढ़ रही है, जबकि रेल परिवहन एक अधिक प्रदूषण-मुक्त विकल्प है। इस रेल मार्ग के निर्माण से प्रदूषण में कमी आएगी और पर्यावरण पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।

इसके अलावा, ट्रेनों के जरिए माल ढुलाई को बढ़ावा देने से ट्रक और अन्य वाहनों की संख्या में कमी आएगी, जिससे सड़कों पर ट्रैफिक की घनता कम होगी। इसके परिणामस्वरूप हवा की गुणवत्ता में सुधार होगा, जो खासतौर पर दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र के लिए फायदेमंद साबित होगा, जहां प्रदूषण एक गंभीर समस्या है।

निर्माण में तेजी लाएगा विकास

इस कॉरिडोर के निर्माण को तेजी से पूरा करने के लिए सरकार द्वारा कई कदम उठाए गए हैं। परियोजना के निर्माण कार्य में तेजी लाने के लिए विभिन्न सरकारी विभागों और निजी कंपनियों के बीच समन्वय स्थापित किया गया है। सरकार ने इस परियोजना को प्राथमिकता दी है, जिससे यह जल्द से जल्द पूरा हो सके और लोगों को इसका लाभ मिल सके।

यह भी पढ़ें  मांगों को लेकर अब ग्रामीण चौकीदारो भी बैठे धरने पर

इसके अलावा, इस रेल मार्ग की शुरुआत से क्षेत्रीय विकास में भी तेजी आएगी। जहां पहले यातायात में बाधाएं आती थीं, वहीं अब रेलवे के जरिए सभी प्रमुख शहरों को जोड़ने से न केवल आर्थिक लाभ होगा, बल्कि रोजगार के अवसर भी उत्पन्न होंगे।

आखिरकार यह परियोजना कितनी महत्वपूर्ण है?

यह रेल कॉरिडोर उत्तर प्रदेश, दिल्ली और हरियाणा के बीच न केवल यात्री यात्रा को बढ़ावा देगा, बल्कि इसके जरिए औद्योगिक और आर्थिक विकास में भी महत्वपूर्ण योगदान होगा। साथ ही, प्रदूषण और ट्रैफिक की समस्याओं को भी हल करने में मदद मिलेगी। इस परियोजना की सफलता से इन क्षेत्रों में नए अवसरों का मार्ग प्रशस्त होगा, और भविष्य में इन क्षेत्रों को और अधिक समृद्ध बनाया जा सकेगा।

इस रेल कॉरिडोर के निर्माण से दिल्ली-एनसीआर और हरियाणा के क्षेत्रीय विकास को एक नई दिशा मिलेगी, और आने वाले समय में यह परियोजना स्थानीय लोगों और उद्योगों के लिए एक बड़ा लाभ साबित होगी।

Harsh

मै पिछले पांच साल से पत्रकारिता में कार्यरत हूं। इस साइट के माध्यम से अपराध, मनोरंजन, राजनीति व देश विदेश की खबरे मेरे द्वारा प्रकाशित की जाती है।

Join WhatsApp

Join Now

google-newsGoogle News

Follow Now