Haryana News: हरियाणा पुलिस की एक् बडी सफलता मिली है। ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट (AHTU) ने 15 वर्षों से गुमशुदा महाराष्ट्र की बेटी को उसके परिवार से मिलवा दिया है। बेटी के मिलने के बाद परिजने के आंसू नहीं थम रही है। परिजन तो भूल चुके थे।
बता दे कि करीब 22 वर्षीय युवती बचपन में अपने परिजनों से बिछड़ गई थी। वर्तमान में युवती हरियाणा के सोनीपत स्थित बालग्राम आश्रम में रह रही थी। जिस समय वह बिछडी थी उस समय करीब 7 साल थी।
परिजनो ने 2010 में वर्धा थाने में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज हुई थी। 2012 में लवारिश मिलने साथ ही उसे हरियाणा के पानीपत सरकारी आश्रम में रखा गया। बडे की गर्व की बात है आश्रम में रहते हुए पढ़ाई जारी रखी और अब बीए द्वितीय वर्ष की छात्रा है।Haryana News
जैसे खुला राज: एएचटीयू के एएसआई राजेश कुमार जब बालग्राम आश्रम गए, तो नेहा ने उनसे भावुक होकर निवेदन किया, “श्रीमान जी, मैं पिछले 13 साल से अनाथालय में हूं, मेरे माता-पिता को ढूंढ दीजिए।” एएसआई राजेश ने उसकी बात को गंभीरता से लेते हुए, परिवार की तलाश शुरू की।
Record खंगाला तो मिली सफलता: पुलिस ने नेहा की काउंसलिंग की. इस दौरान उसने अपने गांव के बारे में कुछ जानकारी दी, इन सुरागों के आधार पर, पुलिस ने महाराष्ट्र के वर्धा में गुमशुदा व्यक्तियों का रिकॉर्ड खंगाला और नेहा का केस ढूंढ निकाला।