Rewari News: नरेंद्र यादव ने अंटार्कटिका की सबसे ऊंची चोटी पर फहराया तिरंगा

NARENDER YADAV

इस चोटी को फतेह करने में नरेंद्र यादव को लगा 6 दिन का समय
Rewari News: हरियाणा के जिला रेवाड़ी के नेहरूगढ के रहने वाले पर्वतारोही नरेंद्र सिंह यादव ने अंटार्कटिका की सबसे ऊंची चोटी पर तिरंगा फहरा कर देश व प्रदेश का नाम रोशन किया है। उनकी की इस उपलब्धि पर पूरे गांव में खुशी का माहौल है। उनके परिवार को बधाई देने वालो का तातां लगा हुआ है।

नेहरूगढ के नरेंद्र ने बताया कि उसने यह उपलब्धि 25 दिसंबर को सुबह 1 बजकर 42 मिनट पर हासिल की। जब नरेंद्र ने अंटार्कटिका की सबसे ऊंची चोटी पर तिरंगा फहराया तो उस समय वहां का तापमान लगभग -52 सेल्सियस था।Mountaineer Narendra Singh Yadav

छह दिन का लगा समय: नरेंद्र यादव ने बताया कि इस चोटी को फतेह करने में उसे बेस कैंप से 6 दिन का समय लगा। इस अभियान में नरेंद्र भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे थे। इस अभियान को स्पार्क मिंडा ने स्पॉन्सर किया था।

NARENDER YADAV REWARI

नरेंद्र ने अशोक मिंडा का धन्यवाद करते हुए कहा कि उन्होंने एक साधारण किसान परिवार के बच्चे की काबिलियत को समझा जिसके चलते मैंने विश्व पटल पर भारत का नाम अंकित किया है।

कई विश्व रिकॉर्ड अपने नाम कर चुके नरेंद्र
नरेंद्र किसी परिचय के मोहताज नहीं है। नरेंद्र ने 2016 और 2022 में 6 दिनों में माउंट एवरेस्ट पर कई फतह की है।

जानिए कहां कहां किया फतह

माउंट किलिमंजारो को चार बार
माउंट एल्ब्रस को दो बार
माउंट कोसियसको सहित आस्ट्रेलिया की चोटियों को तीन बार फतह
दक्षिण अमेरिका की सबसे ऊंची चोटी एकांकागुआ
उत्तरी अमेरिका की सबसे ऊंची चोटी डेनाली

जानिए क्या है मिशन: नरेंद्र का सपना सभी सात महाद्वीपों को फतह कर विश्व रिकॉर्ड बुक में अपनी छाप छोड़ने का था, इस चोटो को फतेह करके पूरा हुआ। नरेंद्र ने सातों महाद्वीपों की सबसे ऊंची चोटियों पर फतह कर कई विश्व रिकॉर्ड अपने नाम कर चुके हैं।

सात महाद्वीपों को किया फतह

2012 में बेसिक्स ऑफ माउंटेनियरिंग
2013 में एडवांस
2015 में एमओआई (मेथड्स ऑफ इंस्ट्रक्शन)
2022 में सर्च एंड रेस्क्यू

बता दे कि नरेंद्र कोसली कस्बे के गांव नेहरुगढ़ गांव के रहने वाले हैं। नरेंद्र की पर्वतारोहण यात्रा 12 साल की आयु में उनके स्कूल के दिनों में शुरू हुई, जब उन्होंने जम्मू और कश्मीर की पहाड़ियों पर चढ़ना शुरू किया। उन्होंने 2008 में नियमित रूप से पर्वतारोहण की प्रैक्टिस शुरू की। उसके बाद से वे एक के एक फतेह करे विश्व मे अमिट छाप छोड चुके है।Mountaineer Narendra Singh Yadav