Delhi news: दिल्ली में ट्रैफिक जाम की समस्या से जूझ रहे लोगों के लिए एक बड़ी राहत की खबर है। लोक निर्माण विभाग (PWD) की ओर से साकेत स्थित मैक्स सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल के बाहर पंडित त्रिलोक चंद शर्मा मार्ग पर इस सड़क को चौड़ा करने की योजना बना रहा है। इतना ही नहीं यहां फ्लाईओवर भी बनाया जाएगा।
दोनों ओर लगतर है जाम: बता दे दिल्ली में पंडित त्रिलोक चंद शर्मा मार्ग पर रोजाना गुजरने वाले वाहन चालकों को को रोजना घंटो जाम का सामना करना पड़ता है। बताया जा रहा है इस मार्ग की तीन लेनों में से एक लेन पर अवैध पार्किंग का कब्जा है। इस रोड पर बडी संख्या में वाहन खडे रहते है। Delhi news
घंटे रहते है लोग परेशान: बताया जा रहा है यहां पर करीब 80 प्रतिशत गाड़ियां मरीजों और उनके रिश्तेदारों की होती हैं। अक्सर यहां पर लोग मरीजों के साथ अस्पताल में आते है जो इस रोड पर वाहन खडा करते है। वाहनोंं के चलते रोजाना लगभग एक किलोमीटर तक सड़क के दोनों ओर जाम लगा रहता है। सुबह और शाम के वाहनों का दूर पैदल ही निकलन दूभर हो जाता है।
बता दे स्थानीय लोग इस समस्या को कई बार विरोध कर चुके है कि आये दिन जाम से जीना मुहाल होे गया है। इसी को लेकर अब PWD ने यहां पर जाम की समस्या के समाधान करने के ये बीडा उठाया गया है। इस रोड को चोडा करने व ओवरब्रिज के लिए यातायात पुलिस ने विभाग को अनापत्ति प्रमाणपत्र (NOC) भी जारी कर दिया है।
रोज गुजरने से इतने वाहन: बता दे के यह बहुत ही व्यस्त मार्ग है। रोजाना मार्ग से प्रतिदिन 50 हजार से अधिक वाहन चालक गुजरते हैं। कम जगह होने के चलते रोजाना जाम का सामना करना पड़ता है। यहां एमसीडी की दो पार्किंग स्थल हैं। लेकिन यहां पर आने वाले वाहनो की संख्या ज्यादा होने से भीड लगी रहती है।
रोज हो रहे चालान: भीड के चलते यहां पर यातायात पुलिस ने जनवरी से अक्टूबर के बीच साकेत सर्कल में कुल 22 हजार से ज्यादा चालान किए हैं। इनमें से लगभग 80 प्रतिशत चालान मैक्स अस्पताल के बाहर सड़क पर खड़ी गाड़ियों पर हुए है जो जगह नहीं होने की वजह यहां पर खडी रहती है।Delhi news
पुलिस ने रखी ये शर्तें: यातायात पुलिस ने हौज रानी से प्रेस एन्क्लेव अपार्टमेंट तक सड़क चौड़ीकरण की अनुमति दी है, जानिए क्या है ये शर्त
- काम शुरू करने से पहले सर्विस रोड और फुटपाथ को साफ और चौड़ा करना होगा।
- अरोबिंदो मार्ग से अतिरिक्त लेन बनाई जानी चाहिए।
- ट्रैफिक प्रबंधन के लिए साइट पर मार्शल्स की तैनाती करनी होगी।
- नई लेन पर पर्याप्त बैरिकेडिंग की जानी चाहिए।Delhi news
- काम शुरू करने से पहले संबंधित भूमि स्वामित्व एजेंसी से अनुमति लेनी होगी।
- डायवर्जन वार्निंग और सूचना बोर्ड सभी स्थानों पर लगाए जाने चाहिए।
- अगर तय समय में काम पूरा नहीं होता, तो दोबारा अनुमति लेनी होगी।