Haryana: बांग्लादेश में हिन्दुओं पर हो रहे अत्याचार को लेकर रविवार को (Rewari news) विशाल रोष प्रदर्शन व ज्ञापन के कार्यक्रम का आयोजन किया गया। हजारों लोगों की भीड़, हाथों में स्लोगन लिखें बैनर, तख्तीयां लेकर नगर का चक्कर लगाते हुऐ ज्ञापन देनें के लिये उपायुक्त कार्यालय पहुँची।
कार्यक्रम के आरम्भ में एक स्थान पर एकत्र आये लोगों ने बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचारों पर चिंता व्यक्त की। वहां आज अल्पसंख्यक बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं है, उनको काटा जा रहा है, मारा जा रहा है, महिलाओ के साथ बलात्कार, लूट और उनकी हत्याएं हो रही है, उनके साथ हो रहे दुर्व्यवहार से मानवता कांप उठती है, अल्पसंख्यकों कि सम्पत्तियों पर कब्ज़ा कर रहे हैं।
वक्ताओं ने सयुंक्त राष्ट्र संघ व मानव अधिकार आयोग की कार्य प्रणाली पर प्रश्न चिन्ह लगाये। उन्होंने ने कहा कि अनेक ऐसे उदहारण है जिससे यह स्पष्ट होता है कि सनातन के प्रति ये संस्थाएं दोगला रवैया अपनाती है। आज संयुक्त राष्ट्र संघ चुप बैठा है सब देख रहा है, छोटे छोटे विवादों में अनेक देशों में शान्ति सेना भेजने वाला राष्ट्र संघ आज चुप क्यों है।
क्या हिन्दू का मानव अधिकार नहीं, क्या हिन्दू मानव नहीं है। भारत में यदि एक मुस्लिम किसी भी कारण से मारा जाता है तो उसे अल्पसंख्यक उत्पीड़न से जोड़ते हैं, कहीं उस घटना में गौ हत्या का मोड़ देकर हिदुओं को असहिष्णु ठहराने का प्रयास रहता है।
मानव अधिकार आयोग भी ऐसे में सत्य जानने कि बजाय उसी लाइन पर चल पड़ता है। मुहम्मद युसूफ जिसको शान्ति का नोबल मिला है वही आज हिदुओं को मरवाने में भूमिका निभा रहा है, बांग्लादेश में सेना और पुलिस मूक दर्शक बन सहयोगी कि भूमिका में है, विश्व समुदाय कि चुप्पी भी विश्व शान्ति के लिए ठीक नहीं है।
वक्ताओं ने भारत सरकार से वहां के अल्पसंख्यकों कि रक्षा सुनिश्चित करने पर जोर दिया और कहा कि भारत सरकार वहां कूटनीतिक दृष्टि अपनाते हुऐ कार्यवाही करे, सेना भेजे, वहां से आने वाले शरणार्थियों का उचित प्रबंध करे।
इस रोष प्रदर्शन कार्यक्रम में जिले कि संत शक्ति के साथ साथ जाति बिरादियों के प्रमुख, सनातन के सम्प्रदायों, अल्पसंख्यक समुदाय व अनेको सामाजिक, धार्मिक संग़ठन के कार्यकर्ताओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया।कार्यक्रम के सयोंजक डॉक्टर हेमंत यादव व सह संयोजक प्रशांत गुप्ता की योजना, रचना, संयोजन में मुख्य भूमिका रही।