हकों के लिए Advocate kailash Chand निशुल्क जगा रहे अलख

ADV KAILASH

Advocate kailash Chand:   वकीलों को हमेशा वकालत के लिए ही जाना जाता है। हरियाणा के जिले के Rewari में एक ऐसा ही एक Advocate  है तो अपनी वकालत के माध्यम से आम जनता की भलाई यानि निशुल्क सेवा व सहयोग करते हैं। Advocate kailash Chand ने समाज में एक नई मिसाल पेश की है।

Advocate kailash Chand  बच्चों की पढ़ाई का मुद्दा उठाने के लिए जाने जाते हैं। कई बच्चों के लिए निशुल्क सेवा करने में सहेयाग किय है। इतना ही नहीं केंद्र सरकार के (RTI) राइट टू एजुकेशन को लेकर आवाज उठाई थी। Advocate kailash Chand

एडवोकेट कैलाश चंद उन बच्चों के लिए फ्री में वकालत करते हैं जिनके मां-बाप गरीब हैं। फ्री में वकालत करके कैलाश चंद  (Advocate kailsh ) ने कई बच्चों को स्कूल से सर्टिफिकेट व अन्य कागज भी दिलाएं है।

REWARI COURT
शहर के विकास नगर कंकरवाली निवासी Advocate kailash Chand  हमेशा समाज के मुद्दे उठाते रहे हैं। एडवोकेट कैलाश चंदने केंद्र सरकार के राइट टू एजुकेशन को लेकर आवाज उठाई थी। दरअसल, इस कानून में एक कमी थी। पहली से ही इस कानून में विद्यार्थी को दाखिला मिलता था।Advocate kailash Chand

ऐसे में बहुत ही कम दाखिल हो पाते थे। यह कानून निजी स्कूलों में फ्री पढ़ाई  f(free )के लिए बनाया गया था। तब जाकर मामले में आवाज उठाई गई और बच्चों को लाभ मिलना शुरू हुआ। हरियाणा एजुकेशन रूल 134-ए केवल नाम तक ही सीमित था।

परिवार पहचान पत्र ( Famili ID)  में एकल को दर्ज नहीं किया जाता था। तब इसे दुरुस्त कराने के लिए भी मुद्दा उठाया गया था जो काफी चर्चा में रहा था। वर्षो से अटके मामले सुलझाने में सहयोग किया है।

45 साल से ऊपर विधुर की पेंशन नहीं बनाई जाती थी, इसका भी मुद्दा उठाया गया और व्यवस्था में सुधार हुआ। विधुर को पेंशन दिलाई। कोई एक ऐसा केस नहीं है। दर्जनों लोगो को सहयोग किया है।

Advocate kailash Chand ने बताया कि जब वह किसी गरीब की मदद करते तो उन्हें काफी शुगन मिलता है। वकालत करने से पहले ही उन्होंने सोचा था कि वह गरीबों की मदद जरूर करेंगे ताकि इससे किसी का भला हो सके। इसी के चलत वह हमेशा निशुल्क सेवा कर रहे है।