हरियाणा : कोरोना की आड मेंं हरियाणा मे श्रमिको को हनन किया जा रहा है। एक दो नहीं बल्कि 17 हजार ऐसी कंपनी है जिनकी ओर से श्रमिको को कम वेतन दिया जा रहा है। सीएम के साथ जैसी ही यह शिकायत पहुंची तो CM खट्टर ने इस मामले की जांच के हरियाणा श्रम विभाग को निर्देश दिए हैं।ठंड का सितम: अब हरियाणा में 22 जनवरी तक बंद रहेंगे स्कूल
श्रमिका ने कहा मजूदर विरोधी सरकार: हरियाणा मे कोरोना की न केवल कम मानदेय दिया जा रहा है, वहीं कंपनियो ने मुनाफा होने के बावजूद कंपनियो के ताले लगा दिए है। स्थाई कर्मचारियो को बाहर कर दोबारा से सस्ती लेबर भर्ती करके काम चलाया जा रहा है।
जिसने उठाई आवाज, उसे ही किया बाहर
प्रदेश भर में 16 हजार औद्योगिक इकाइयां यानी फैक्ट्रियां हैं, इनमें से 13 हजार बड़ी और तीन हजार मीडियम व स्मॉल कैटेगरी की हैं। पानीपत, गुरुग्राम, सोनीपत, झज्जर, जींद, फरीदाबाद, रोहतक में ऐसे उद्योगों की संख्या अधिक है। इन कंपनियोंं मे जिसने भी मानदेय को आवाज उठाई उसे बाहर का रास्ता दिया जाता है।
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जानिए हरियाणा मे मानदेय का स्केल
हरियाणा में श्रमिकों की दिहाड़ी में 3.89 प्रतिशत की सरकार ने बढ़ोतरी की है, जो जनवरी 2022 से लागू हैं। अकुशल श्रमिकों का न्यूनतम दैनिक वेतन 388.42 रुपए और मासिक 10 हजार 98 रुपए 88 पैसे तय किया गया है।
अर्ध कुशल की ‘ए’ कैटेगरी के श्रमिकों को अब 10 हजार 293 के बजाय 10 हजार 607 रुपए मासिक तय किए गए हैं
B कैटेगरी के लिए ये है तनखाह
इस वर्ग की ‘बी’ कैटेगरी के श्रमिकों का वेतन 10 हजार 808 से बढ़ाकर 11 हजार 133 रुपए किया है। उच्च कुशल श्रमिकों को 12 हजार 511 रुपए के बजाय 12 हजार 888 रुपए मिलेंगे।
लिपिक तथा सामान्य स्टाफ में दसवीं पास से कम के श्रमिकों को 10 हजार 603, 12वीं पास को 11 हजार 133, स्नातक या इससे ऊपर की पढ़ाई करने वाले लिपिकीय स्टाफ को 11 हजार 690 रुपए मासिक मिलेंगे।
स्टेनो टाइपिस्ट का इतना वेतन तय
स्टेनो टाइपिस्ट के पद के लिए 11 हजार 133 रुपए निर्धारित किए गए हैं। कनिष्ठ आशुलिपिक को 11 हजार 690, सीनियर आशुलिपिक का 12 हजार 275 रुपए वेतनमान निर्धारित है। निजी सहायकों का वेतन 12 हजार 888 रुपए है। डेटा एंट्री आपरेटर का 11 हजार 690 रुपए हरियाणा श्रम विभाग ने वेतन तय किया है।