रेवाडी: नियम 134ए के तहत अभिभावकों को अपने बच्चों का दाखिला करवाना बड़ा मुश्किल हो रहा है। रिजल्ट को जारी हुए 28 दिन हो गए, लेकिन निजी स्कूलों की मनमानी के चलते बच्चों को एडमिशन नहीं मिल पा रहे हैं। जिले में 2150 बच्चों की लिस्ट जारी हुई थी, जिनके विभिन्न कक्षाओं में एडमिशन होने थे, लेकिन अब तक इस लिस्ट में से केवल 376 ही बच्चों के कागजात पोर्टल पर अपलोड हुए हैं।
हांलाकि इससे पहले विभाग ने मौखिक तौर पर 523 बच्चों के दाखिले होना बताया था। दाखिले न होने से खफा होकर अभिभावकों की ओर से लगातार जिला सचिवालय में धरना-प्रदर्शन भी किए। बच्चों ने पाठशाला लगाकर पढ़ाई भी की, लेकिन अधिकारियों की तरफ से दाखिला कराने के सिर्फ आश्वासन ही मिल रहे थे। मगर अब दाखिले की अंतिम तिथि फिर निकट है।
15 जनवरी दाखिले के लिए आखिरी तारीख है। दाखिला न करने पर अब जिला शिक्षा विभाग ने कड़ा संज्ञान लिया है। उच्च अधिकारियों के आदेशानुसार जिले के 114 स्कूलों को शो कॉज नोटिस जारी किया गया है। इसमें सबसे ज्यादा रेवाड़ी खंड के निजी स्कूल शामिल हैं। इन स्कूलों ने अब तक एक भी एडमिशन नहीं किया है।
अभिभावक बोले- बच्चों की पढ़ाई प्रभावित
अभिभावकों ने कहा कि दाखिला न होने से उनके बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। स्कूलों की मनमानी से उनके बच्चों का भविष्य खराब हो रहा है। बच्चों को कक्षा 9 और 11वीं में भी दाखिला नहीं मिला है। इनकी बोर्ड में रजिस्ट्रेशन की अंतिम तिथि भी निकल रही है। ऐसे में अगर इनको दाखिला नहीं मिला तो पूरा साल खराब हो जाएगा। अभिभावकों ने स्कूलों पर सख्त एक्शन लेते हुए जल्द दाखिले कराने की मांग की है।
ब्लॉक वाईज
जिला मौलिक शिक्षा विभाग कार्यालय के अनुसार जिले में कुल 114 स्कूलों में सर्वाधिक 59 स्कूल रेवाड़ी के हैं। इसके बाद जाटूसाना में 20, नाहड़ में 14, खोल में 13 और बावल में 8 स्कूल शामिल हैं। इन स्कूलों में कई बड़े स्कूल भी शामिल हैं, जिन्होंने एक भी बच्चों को दाखिला नहीं दिया है।
दाखिला न करने वाले स्कूलों को जारी किए नोटिस
जिन स्कूलों ने अब तक एक भी दाखिला नहीं किया है, ऐसे जिला के 114 स्कूलों को विभाग के उच्च अधिकारियों के आदेशानुसार शो कॉज नोटिस जारी गया है। इन स्कूलों से एडमिशन न करने का कारण मांगा गया है। स्कूलों को तीन दिन के अंदर नोटिस का जवाब देना होगा। विभाग के एडिशनल चीफ सेक्रेट्री की ओर से 134ए के संबंध में वीडियो कांफ्रेंस बुलाई थी। जिसमें दिए गए आदेशों के अनुसार ही ये नोटिस दिए गए हैं। इससे पहले कई बार स्कूलों को दाखिला करने के निर्देश दिए जा चुके हैं। -कपिल पूनिया, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी, रेवाड़ी।