– विद्यार्थियों सहित अनेक गणमान्य व्यक्तियों ने किया प्रदर्शनी का अवलोकन
– तीन दिन चली डिजिटल प्रदर्शनी में जिलावसियों ने ली गौरवमयी इतिहास की जानकारी
रेवाड़ी, 17 नवंबर: सुनील चौहान।
आजादी अमृत महोत्सव के मद्देनजर रेवाड़ी जिला मुख्यालय पर चल रही स्वतंत्रता संग्राम में हरियाणा की भूमिका थीम आधारित डिजिटल प्रदर्शनी बुधवार को गरिमामयी ढंग से संपन्न हो गई। सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग के तत्वावधान में बाल भवन ऑडिटोरियम में तीन दिवसीय डिजिटल प्रदर्शनी के समापन अवसर पर कोसली से विधायक लक्ष्मण सिंह यादव व एसडीएम रेवाड़ी रविंद्र यादव ने अवलोकन करते हुए प्रदर्शनी को युवा पीढ़ी के लिए संदेशात्मक कदम बताया। डीआईपीआरओ दिनेश कुमार ने अतिथिगण का स्वागत करते हुए विभागीय स्तर पर लगाई गई प्रदर्शनी के बारे में जानकारी दी। तीन दिन तक डिजिटल प्रदर्शनी में जिला भर के विद्यार्थियों ने अवलोकन किया और हरियाणा प्रदेश का भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में योगदान की जानकारी हासिल करने के साथ ही विकासात्मक पहलुओं की जानकारी प्रदर्शनी में ली। गौरतलब है कि सोमवार को सहकारिता मंत्री डा.बनवारी लाल ने डीसी यशेंद्र सिंह की गरिमामयी उपस्थिति में तीन दिवसीय डिजिटल प्रदर्शनी का शुभारम्भ किया था।
ऐतिहासिक तथ्यों की जानकारी का मंच है प्रदर्शनी : लक्ष्मण यादव
बुधवार को दोपहर बाद प्रदर्शनी के समापन अवसर पर कोसली से विधायक लक्ष्मण सिंह यादव ने कहा कि केंद्र व प्रदेश सरकार भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के गौरवमय इतिहास का ज्ञान कराने के उद्देश्य से सक्रिय भूमिका अदा कर रही है। हरियाणा प्रदेश के लोगों को इन ऐतिहासिक पहलुओं से अवगत कराने में डिजिटल प्रदर्शनी सशक्त माध्यम बन रही है। उन्होंने हरियाणा सरकार की ओर से सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग के माध्यम से आयोजित डिजिटल प्रदर्शनी की सराहना की। डिजिटल प्रदर्शनी का अवलोकन करने उपरांत श्री यादव ने मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल द्वारा प्रदेश के जनमानस को हरियाणा का भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में योगदान विषय पर फोकस करते हुए चलाई गई प्रदर्शनी को हर वर्ग के लिए प्रेरणादायक बताया। उन्होंने कहा कि इस प्रदर्शनी में जिला के लोगों ने अपने गौरवशाली इतिहास का ज्ञान डिजिटल स्वरूप से लिया है। सरकार की ओर से युवा शक्ति को इस प्रकार का सकारात्मक आयोजन देशभक्ति से सराबोर करते हुए नई दिशा देने में सहायक है। मौजूदा सरकार वीर योद्धाओं की शहादत व उनके त्याग के समर्पण भाव का सम्मान करती है। ऐसे में भावी पीढ़ी को प्रदेश की अतुलनीय सभ्यता के साथ ही ऐतिहासिक पहलुओं से अवगत कराने के लिए विशेष मुहिम के तहत कार्य किए जा रहे हैं।