सामान्य अस्पातल रेवाडी: कई कर्मी हुए पोजिटिव, ओपीडी में किया बदलाव
रेवाडी: कोरोना की तीसरी लहर भले ही संक्रामक नहीं है, लेकिन केसो की संख्या बढती ही जा रही है। शहर की सिविल अस्पताल में भी पिछले कुछ दिन से ओपीडी में डॉक्टर के साथ ही अन्य सपोर्टिंग स्टाफ के पॉजिटिव आने पर अब ओपीडी में बदलाव किया गया है।
यहां ओपीडी में आने वाले मरीजों को अब पहले कोरोना जांच करानी होगी। इसके बाद ही वे डॉक्टरों को ओपीडी में दिखा सकेंगे। इससे पहले कोई रोक-टोक नहीं होने से जिनको लक्षण दिखते थे, वे भी टेस्ट नहीं कराते थे। ऐसे में कोरोना के फैलने का भी अंदेशा रहता था। कोरोना की तीसरी लहर के चलते सामान्य सर्जरी में भी कमी आई है। क्योंकि पहले जहां हर दिन 5 से 6 तक सर्जरी हो रही थी। अब केवल इमरजेंसी सर्जरी ही की जा रही है।
बढने लगे सैंपल:
ओपीडी में बदलाव होने से अब सिविल अस्पताल में सैंपलिंग भी बढ़ गई है। अब हर रोज 250 से भी अधिक कोरोना के टेस्ट हो रहे हैं। जबकि अब से कुछ दिन पहले 150 ही जांचें हो रही थी। ओपीडी में जो मरीज आ रहे, उनमें अगर किसी को स्पष्ट लक्षण दिख रहे हैं तो उनका पहले रैपिड टेस्ट और फिर आरटीपीसीआर टेस्ट किया जा रहा है। हांलाकि अब कुछ दिन से ओपीडी भी कम हो रही है।
कोरोना के 849 सैंपलों की रिपोर्ट लंबित:
कोरोना के सैंपलों की जांच जिले के सिविल अस्पताल में ही लगी आरटीपीसीआर मशीन में हो रही है। जो भी सैंपल लिए जा रहे हैं, उनकी जांच अगले दिन ही मिल पाती है। जिलेभर में अब 849 सैंपलों की रिपोर्ट लंबित चल रही है। लंबित रिपोर्ट के चलते लोगों को परेशानी भी उठानी पड़ रही है।