रेवाडी: जिला के गांव बास रतनथल निवासी सूबेदार मेजर शमशेर सिंह चौहान लद्दाख में हुए बंकर विस्फोट में शहीद हो गए। उनके निधन की जानकारी पहुंचते ही गांव में शोक छा गया। शुक्रवार सुबह उनका पार्थिव शरीर गांव में पहुंचेगा जहां पर उनका सैनिक सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। सूबेदार मेजर शमशेर सेना की यूनिट 22 मेक में लेह लद्दाख के तागसे में तैनात थे।
2 जनवरी की रात को अचानक उनके बंकर में अंगीठी में ब्लास्ट हो गया था जिसमें वे गंभीर रूप से घायल हो गए थे। स्वयं घायल होकर शमशेर सिंह अपने साथी जवानों को बचाने में कामयाब रहे। उनको गंभीर हालत में आर्मी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां पर उनका निधन हो गया। उनके पिता भवानी सिंह भी सेना में कार्यरत थे और कैप्टन पद से सेवानिवृत्त है। पिता कैप्टन भवानी सिंह के अतिरिक्त परिवार में मां, पत्नी रजनी के साथ एक बेटा और 2 बेटी हैं।