रेवाडी केएल अल्ट्रासाउंड सेंटर पर रेडः गुरूग्राम की पीएनडीटी टीम टीम ने संचालक को लिया हिरासत में, आईएमए के डॉक्टरों ने विरोध कर जिप्सी से उतरवाया

रेवाडीः सुनील चौहान ब्रास मार्केट स्थित के. लाल अल्ट्रासाउंड केंद्र में गुड़गांव की पीएनडीटी टीम ने शनिवार को रेड कर दी। बताया जा रहा है कि टीम ने सेंटर की मशीनों को भी सील कर दिया। शाम के समय हुई इस रेड के बाद देर रात तक हंगामा चलता रहा। पूरे शहर के डॉक्टर ब्रास मार्केट में एकत्रित हो गए। रेड करने वाली टीम की कार्रवाई के बाद डॉक्टर की गिरफ्तारी के लिए मॉडल टाउन थाना पुलिस भी पहुंच गई तथा हिरासत में लेकर जिप्सी तक में बैठा लिया।

आईएमए के डॉक्टरों ने कार्रवाई को गलत बताते हुए जबरदस्त विरोध किया और डॉक्टर को जिप्सी से नीचे उतरवाया। रात 12.30 बजे तक डॉक्टर मौके पर ही डटे रहे। मामले में निष्पक्ष कार्रवाई का भरोसा दिलाकर देर रात तक गिरफ्तारी नहीं की गई। हंगामे की सूचना के बाद हरको बैंक चेयरमैन अरविंद यादव भी पहुंचे और एसपी व डीसी से बात की। एसडीएम रविंद्र यादव, डीएसपी मोहम्मद जमाल भी पहुंचे तथा आईएमए प्रतिनिधियों से बात की। देर रात तक गिरफ्तारी नहीं हुई थी।

डिकोय पेशेंट ने कहा- दलाल ने बताया है गर्भ में लड़का है

गुड़गांव की टीम शनिवार को छापेमारी के लिए आई थी। टीम ने एक डिकोय महिला पेशेंट का एक दलाल से संपर्क कराया तथा भ्रूण लिंग जांच का सौदा तय किया। दलाल रेवाड़ी में ब्रास मार्केट स्थित के. लाल अल्ट्रासाउंड सेंटर पर करीब 3.30 बजे लेकर पहुंचा। करीब घंटेभर बाद अल्ट्रासाउंड संचालक डॉ. राजेश गोयल पहुंचे तथा अल्ट्रासाउंड कर दिया गया। इसके बाद पहले से अलर्ट गुड़गांव से आई टीम ने रेड कर दी।

सीसीटीवी की डीवीआर जब्त कर ली। इसी को लेकर विवाद भी हुआ। रात 8 बजे आईएमए के डॉक्टर एकत्रित हो गए। रात 11 बजे पुलिस डॉक्टर को हिरासत में लेकर बाहर लाई और जिप्सी में बैठा लिया। इस पर डॉक्टरों व मौजूद लोगों ने पुलिस विरोधी नारेबाजी करते हुए कड़ा कदम उठाने की चेतावनी दी।

आक्रोश बढ़ता देख 5 ही मिनट में डॉक्टर को जिप्सी से उतार दिया। आईएमए के डॉक्टरों के अनुसार डॉ. प्रदीप कुमार के नेतृत्व में पहुंची टीम का कहना है कि दलाल ने डिकोय पेशेंट को बताया कि गर्भ में लड़का है। इसी आधार पर कार्रवाई की जा रही है।

आईएमए ने उठाए सवाल, पक्ष भी रखा…

गलत के साथ हम नहीं, सही को ना फंसाएं : आईएमए अध्यक्ष डॉ. पवन गोयल का कहना है कि कोई डॉक्टर यदि गैरकानूनी काम करता है तो हम उसके साथ कतई नहीं हैं, मगर सही के साथ गलत किसी सूरत में नहीं होने देंगे।

सीसीटीवी डीवीआर क्यों हटाई? टीम ने पहले सेंटर की तीनों मशीनेां को सील कर दिया। बाद में विरोध किया तो एक को कर दिया। बड़ा सवाल ये है कि जब टीम सही कार्रवाई कर रही थी तो सीसीटीवी की डीवीआर किसलिए हटाई? कैमरे की निगरानी में सर्च करते। दलाल को बुरी तरह पीटा गया है। दबाव देकर तो उससे कुछ हां करा लो।

पहले अन्य डॉक्टर को फर्जी आईडी दी : अल्ट्रासाउंड कराने गई महिला पहले किसी अन्य डॉक्टर के पास गई है तथा वहां फर्जी आईडी देकर अल्ट्रासाउंड के लिए यहां पहुंची। यहां भी फर्जी आईडी दी। अब मरीजों को संभालने में जुटे डॉक्टर के पास इतना समय नहीं कि धुंधली आ रही फोटो का मिलान करता रहे।