बिल्डर व मेंटिनेंस एजेंसी ने की कोर्ट के आदेशों की अवेहलना

कोर्ट के स्टे के बावजूद नहीं चलाया जनरेटर, ​बिजली की समस्या बनी परेशानी
धारूहेडा: सुनील चौहान। दिल्ली- जयपुर हाईवे पर साल्हावास स्थित प्लेटीनम विलाज एंड हाइट्स आरडब्ल्यूए ने बिल्डर लैंडमार्क व मेंटिनेंस एजेंसी के खिलाफ बिजली के बिलों में वृद्धि व बिजली को अधिक दरों पर बेचने बारे में एक वाद जिला न्यायालय में दायर किया हुआ है। न्यायाधीश जितेंद्र सिंह ने मामले पर संज्ञान लेते हुए बिल्डर व मेंटिनेंस एजेंसी को विला वासियों की बिजली चालू रखने व जनरेटर को अगले आदेशो तक निर्बाध रूप से चलाने का ऑर्डर देते हुए स्टे दिया हुआ है। मगर बिल्डर व मेंटिनेंस एजेंसी ने कोर्ट के आदेशों को नहीं मानते हुए व दादागिरी करते हुए 1 नवंबर से ही बिजली चले जाने पर जनरेटर नहीं चलाया। प्लेटीनम विला की आरडब्ल्यूए सचिव विनीता बंसल ने बताया कि बिल्डर व मेंटिनेंस एजेंसी की इस मनमानी व दादागिरी से परेशान होकर एक शिकायत दीपावली की शाम को गढ़ी बोलनी पुलिस चौकी में दी गई। मुंशी ने आरडब्ल्यूए के सदस्यों से कहा कि अब पुलिस आप से संपर्क साध लेगी। लेकिन पुलिस ने हमसे कोई संपर्क नहीं किया। 5 नवंबर को दोपहर में 12 बजे के बाद सोसायटी में लाइट नहीं थी। बिल्डर व मेंटिनेंस एजेंसी ने जनरेटर चालू नहीं किया। जिस पर आरडब्ल्यूए के पदाधिकारी द्वारा पुलिस अधीक्षक रेवाड़ी को मेल कर उपरोक्त मामले की सूचना दी। भाईदूज के दिन भी सुबह 9 बजे से 12 बजे तक बिजली बंद थी व विला निवासियों को भारी परेशानी झेलनी पड़ी। हैरत की बात है कि बिल्डर व मेंटिनेंस एजेंसी क्या कोर्ट से ऊपर हैं जिन पर कोर्ट के आदेशों का कोई फर्क नहीं पड़ रहा है।