प्रदूषण को लेकर दिल्ली में ट्रको की एंट्री बंद, हाइ्रवे पर बनी जाम जै​सी स्थिति

रेवाडी: सुनील चौहान। दिल्ली-एनसीआर (राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र) में नियंत्रण से बाहर चल रहे प्रदूषण को कंट्रोल करने के लिए भारी वाहनों पर लगाम लगा दी गई है। सरकार के निर्देशानुसार रेवाड़ी व धारूहेडा पुलिस ने जिले की राजस्थान से सटी सीमाओं को इन वाहनों के लिए सील कर दिया है। जिसके चलते दिनभर जाम जैसी स्थिति बनी रही। शनिवार को यातायात पुलिस से हैवी व्हीकल को बॉर्डर पार नहीं करने दिया गया। इससे वाहनों की लंबी कतारें लग गई। इसके अलावा 15 पुराने पेट्रोल और 10 साल पुराने डीजल वाहनों पर भी कार्रवाई शुरू हो चुकी है। इनमें कारें भी शामिल हैं। वाहनों पर पुलिस की यह सख्ती 21 नवंबर तक जारी रहेगी। इसके बाद सरकार के आगामी आदेशों पर कार्रवाई निर्भर करेगी। जाम में फंसे रहे वाहन: किसान आंदोलन के चलते बंद हाईवे के बाद वाहनों की रफ्तार रोकने में प्रदूषण परेशानी बन गया है। ट्रकों और डंपरों को दिल्ली की ओर एंट्री से रोका जा रहा है, मगर इनके चक्कर में दूसरे वाहन चालकों को भी खासी परेशानी उठानी पड़ रही है। जरूरी सेवाओं में लगे ट्रकों को भी दिल्ली की ओर जाने की अनुमति है, मगर डंपरों और बाकी भारी वाहनों में फंसने से ये भी खड़े रहे। कार चालकों व अन्य छोटे वाहन चालक भी जाम में नजर आए। दिल्ली में ट्रकों की नो-एंट्री: सांस फूला देने वाले प्रदूषण पर नियंत्रण पाने के लिए कमीशन फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट की ओर से जारी निर्देशों को राज्य में तत्काल प्रभाव से लागू किया जा चुका है। इसके तहत 4 जिलों में स्कूलों को बंद करने, एनसीआर में पुराने डीजल-पेट्रोल के वाहनों पर शिकंजा कसने के साथ ही दिल्ली में ट्रकों की एंट्री भी बैन कर दी गई है। हालांकि दिल्ली की बजाय गुड़गांव से पहले ही भारी वाहनों को रोका जा रहा है। रेवाड़ी जिला पुलिस राजस्थान की सीमाओं के पास नाकाबंदी कर दी है। खोल, धारूहेड़ा, बावल व ट्रैफिक थाना पुलिस द्वारा राज्य की सीमा में प्रवेश से पहले ही इन वाहनों को रोक दिया। ये नाके एनएच-48, भिवाड़ी व कुंड से आगे ठोठवाल के पास लगाए गए हैं। इससे वाहनों की लंबी कतार लग गई। जो वाहन शहर से होकर निकल भी गया, उसे गुड़गांव की सीमा पर रोक दिया जाएगा।