स्वर्ण पदक विजेता संजना को दी बधाईहालांकि पुलिस की छानबीन में कोई जानवर नहीं मिला है और इसके बाद शुक्रवार को वन विभाग की भी टीम गांव में पहुंची। टीम ने ग्रामीणों द्वारा दिखाए गए पगमार्क उठाए हैं। हालांकि वन विभाग के अधिकारियों ने दावा किया कि प्रारंभिक जांच में पगमार्क कुत्ते के जैसे मिले हैं ऐसे में यह अफवाह हो सकती है। ग्रामीणों को किया गया सतर्क: गुरुवार की देर रात को पुलिस को सूचना मिली थी कि काकोडिया गांव में तेंदुआ आ गया है। इसके बाद पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और ग्रामीणों से इस बाबत जानकारी ली। ग्रामीणों ने बताया कि कोई जंगली जानवर है जो कि तेंदुआ जैसा है और उसे गांव के एक व्यक्ति ने देखा है।
Omicron: हरियाणा में नाइट कर्फ्यू का ऐलान, बिना वैक्सीनेशन वालों की पब्लिक प्लेस पर नो एंट्रीहालांकि पुलिस को कोई मौके का प्रत्यक्षदर्शी नहीं मिला है लेकिन काकोडिया और डोहकी सहित आसपास के गांवों में इस बात की चर्चा है कि खेतों में वह जानवर घूम रहा है। इसके बाद पुलिस की टीम ने ग्रामीणों के साथ खेतों में सर्चिंग अभियान भी चलाया लेकिन कोई जानवर नहीं दिखाई दिया। इसके बाद शुक्रवार दोपहर को इस मामले की सूचना वन्य प्राणी विभाग की टीम को दी गई। सूचना के बाद मौके पर पहुंचे वन्य प्राणी विभाग के इंस्पेक्टर देवेंद्र कुमार की अगुवाई में टीम ने ग्रामीणों द्वारा बताए गए स्थानों से उस संदिग्ध जानवर के पगमार्क भी उठाए हैं। पगमार्क में मिले पैरों के निशान कुत्ते के जैसे मिले हैं लेकिन ग्रामीणों ने कहा कि यही निशान है।
यह भी पढ़े:- Dharuhera News: घर में सो रहे दंपति पर पत्थरों से हमला, विरोध किया तो मिली धमकी . Video
बिजली बिल डिफाल्टरों पर गिरी गाज, निगम ने काटे कनेक्शनहालांकि इस सर्चिंग में भी कोई जानवर नहीं मिला है। फिर भी पुलिस ने बार-बार मिल सूचनाओं को देखते हुए गांव में कैंप शुरू करके पहरा शुरू कर दिया है। साथ ही आसपास के गांवों में इस बात को लेकर मुनादी भी कराई है कि ग्रामीण सावधान रहे। अफवाह होने की अधिक संभावना: निरीक्षक
दबगंता: आठ साल से प्लाट के लिए दर दर की ठोकरे खा रहा है बुजुर्ग, वीडियो वायरल प्रशासन मौनकाकोडिया और डोहकी गांवों के खेतों में तेंदुआ जैसा जंगली जानवर आने की सूचना मिली है। इसके बाद हमारी टीम भी मौके पर पहुंची थी और मौके से पगमार्क भी उठाए हैं। इसमें आए पैरों के निशान कुत्ते के जैसे मिले हैं ऐसे में यही संभावना है कि यह अफवाह अधिक है। चूंकि आसपास ऐसा वन क्षेत्र भी नहीं है जिससे जंगली जानवर आ सके। फिर भी ग्रामीणों को सतर्क रहने की हिदायत दी गई है।-देवेंद्र कुमार, निरीक्षक वन्य प्राणी विभाग रेवाड़ी।