त्यौहार पर रेवाडी में पानी का संकट, 5 नवंबर तक होगी एक दिन छोड एक दिन पानी

रेवाडी: सुनील चौहान। त्योहार के सीजन में रेवाड़ी में जल संकट बना हुआ है। जन स्वास्थ्य विभाग के डैम में सिर्फ 3 फीट पानी बचा है। रेवाड़ी में प्रतिदिन 22.32 करोड़ लीटर पानी की खपत है। जल आपूर्ति बनाए रखने के लिए पिछले 12 दिनों से एक दिन छोड़कर एक दिन पानी की सप्लाई की जा रही है। जवाहर लाल नेहरू कनाल में 5 नवंबर को पानी आने की संभावना है। यदि पानी नहीं पहुंचा तो फिर और भी ज्यादा मुश्किल खड़ी हो सकती है।

दरअसल, 12 अक्टूबर से रेवाड़ी की नहर में पानी आना बंद हो गया था। एक सप्ताह तक जन स्वास्थ्य विभाग ने पानी की सप्लाई में कटौती नहीं की, लेकिन उसके बाद एक दिन छोड़कर एक दिन पानी देने का विकल्प तैयार किया। इसके साथ ही जन स्वास्थ्य विभाग ने अपने ट्यूबवैल के जरिए वाटर डैम में पानी स्टोरेज करने की व्यवस्था की, लेकिन लंबे समय तक ट्यूबवैल के जरिए भी पानी की सप्लाई नहीं हो सकती है, क्योंकि रेवाड़ी में पानी की खपत काफी ज्यादा है और वाटर डैम में पानी पर्याप्त नहीं है।

जनवरी और मार्च में भी बनी थी यही स्थिति
पानी की कमी को इसी से समझा जा सकता है कि शहर की कई गली और मोहल्लों में लगातार लोगों को तीन दिन तक पानी की सप्लाई नहीं मिली। इससे पहले इसी साल जनवरी व मार्च महीने में नहर में पानी आने में देरी के चलते डैम खाली हो गए थे। उस वक्त भी शहर में डार्क जोन जैसी स्थित देखने को मिली थी। विभाग ने शहर के अलग-अलग हिस्सों के लिए शेड्यूल बनाकर पानी की सप्लाई करने के साथ ही वाटर टैंकों के जरिए मोहल्लों में पानी पहुंचाने की व्यवस्था की थी। नहर में पानी आने में देरी के चलते इस बार त्योहार के सीजन पर जलसंकट की स्थिति बनती दिख रही है।

पानी के अतिरिक्त स्टोरेज की व्यवस्था नहीं
जन स्वास्थ्य विभाग के प्रस्ताव पर प्रदेश सरकार ने रेवाड़ी के रामगढ़ रोड पर वाटर स्टोरेज की अतिरिक्त व्यवस्था के लिए वाटर टैंक बनाने की स्वीकृति दी थी। बाद में पंचायत ने वाटर स्टोरेज टैंक बनाने के लिए प्रस्तावित जमीन को वापस ले लिया था। जिस कारण स्वीकृति मिलने के 3 साल बाद भी अभी तक जन स्वास्थ्य विभाग दूसरा विकल्प नहीं तलाश पाया है। जिस कारण समय के साथ शहर में पेयजल समस्या का संकट बढ़ता जा रहा है। फिलहाल विभाग के पास शहर में पेयजल सप्लाई के लिए 15 से 20 दिन तक वाटर सप्लाई की व्यवस्था है।

5 को पानी नहीं आया तो बढ़ेगी समस्या:
जन स्वास्थ्य विभाग के जेई अजय यादव ने कहा कि ट्यूबवैल चलाने के बावजूद डैम में फिलहाल 3 फीट ही पानी है। शहर में एक दिन छोड़कर एक दिन पानी की सप्लाई दी जा रही है। 12 अक्टूबर को नहर में पानी आना बंद हुआ था। 5 नवंबर को नहर में पानी आने की संभावना है। तब तक पानी की सप्लाई बनाए रखने के लिए वैक्लपिक व्यवस्था का सहारा लिया जा रहा है। नहर में पानी आने में देरी हुई तो समस्या बढ़ सकती है, जिससे निपटने के लिए हर संभव तैयारी कर रहे हैं।