हरियाणा: सुनील चौहान। कृषि बिलों का लेकर किसानो का विरोध प्रदशर्न धमने का नाम नहीं ले रहा है। जहा भी सरकार की ओर से कोई कार्यक्रम आयोजित किया जाता है, वहीं पर आंदोलनकारी किसान काले झंडे लेकर पहुंच जाते है। एक बार झज्जर शहर में डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला के पहुंचने से पहले ही पुलिस व किसान आमने-सामने हो गए। कृषि कानूनों के विरोध में हाथों में काले झंडे लेकर नारेबाजी करते हुए किसानों को उपमुख्यमंत्री के कार्यक्रम स्थल से कुछ दूर पहले ही पुलिस ने रोक किया। इस दौरान किसानों के साथ जमकर धक्का-मुक्की हुई। किसान नहीं रुके तो पुलिस को उन पर वाटर कैनन का प्रयोग भी करना पड़ा। स्थिति तनावपूर्ण होने के बाद डीसी श्याम लाल पूनिया व एसपी राजेश दुग्गल किसानों को समझाने के लिए पहुंचे। डीसी ने किसानों को लोकतांत्रिक तरीके से कार्यक्रम से दूर रहकर विरोध-प्रदर्शन करने का निवेदन किया।
एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने आए थे डिप्टी सीएम
दरअसल, उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला को कुछ देर बाद झज्जर के नेहरू कॉलेज के ऑडिटोरियम में बायोमीट्रिक यंत्र उपलब्ध कराने के कार्यक्रम में पहुंचना था। उपमुख्यमंत्री के दौरे को देखते हुए झज्जर पुलिस ने कार्यक्रम स्थल के अलावा आसपास एरिया में भारी पुलिसबल तैनात किया हुआ था। बैरिकेड भी लगाए गए हैं। इसी बीच 200 से ज्यादा किसान कृषि कानूनों का विरोध जताने के लिए उपमुख्यमंत्री का घेराव करने पहुंच गए। किसानों को रोकने के लिए पुलिस ने रास्ते में बैरिकेड लगा दिए। काफी देर पुलिस व सुरक्षाबलों के बीच बहस हुई। इस दौरान किसानों ने बेरिकेड हटा दिए और आगे की तरफ बढ़ गए। किसानों को रोकने के लिए पुलिस ने वाटर कैनन का प्रयोग किया।
कार्यक्रम स्थल से दूर रहकर विरोध करेंउप मुख्यमंत्री का विरोध करने वाले किसानों के बीच डीसी श्याम लाल पूनिया व एसपी राजेश दुग्गल पहुंचे। डीसी श्याम लाल पूनिया ने किसानों से निवेदन करते हुए कहा कि यह सामाजिक संस्था का कार्यक्रम है। आप लोकतांत्रिक ढंग से अपना विरोध प्रदर्शन कार्यक्रम स्थल से दूर रहकर करें। बैरिकेडिंग तोड़कर आप आगे बढ़े, लेकिन सम्मान की लाइन को न तोड़े। डीसी बोले कि हम भी आप ही के बच्चे हैं और सरकार की ड्यूटी कर रहे हैं। ड्यूटी में बाधा ना पहुंचाएं और उपमुख्यमंत्री एक अच्छे काम के लिए आए हैं, वह उन्हें करने दें।