धारूहेडा: सुनील चौहान। हरियाणा सरकार में सहयोगी पार्टी जेजेपी के संस्थापक डॉ. अजय चौटाला ने कहा कि आंदोलन करने वाले किसान नहीं और ना ही सडकों पर बैठने से कोई समाधान होता। यही नहीं, अजय चौटाला ने साफ किया कि क़ानून कभी रद्द नहीं होते, केवल संशोधित होते हैं। उन्होने कहा लोग बार दुष्यत चौटाले के इस्तीफे की बात करते हैं । इस मौके पर उनके साथ प्रदेशाध्यक्ष निशाान सिंह, टयूरिस्ट कांपलैक्स के पूर्व चेयरमैन राव इंद्रपाल , जजपा जिलाध्यक्ष सुदंरलाल स्रभवाल, रेवाडी ग्रामीण हलका प्रधान मलखान सिंह मौजूद रहे। वह सोहना रोड स्थित रानी संतोश देवी धर्मशाला में भाजपा जजपा प्रत्याशी मानसिंह के नामांकन के बाद संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि दुष्यंत चौटाला का इस्तीफा मेरी जेब में हैं और अगर दुष्यंत के इस्तीफे से कोई हल निकलता है तो अभी इस्तीफा दे देता हूं। उन्होंने कहा कि दुष्यंत के इस्तीफे से किसान आंदोलन पर कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है।
इस्तीफा वो सांसद दे, जिनहोने कानून बनाया है। क्योंकि कृषि कानून केंद्र ने बनाये हैं और इसका हल भी केंद्र सरकार ही निकाल सकती है। सबसे अहम बात तो यह है क़ानून कभी रद्द नहीं होते, केवल संशोधित होते हैं। किसान सडकों पर बैठकर विरोध करने की बजाय संशोधन करने की मांग करते तो समाधान अवश्य संभव है। अजय चौटाला ने कहा कि समस्याओं का हल राजनीतिक ताकत से होता है , इस्तीफा देने से नहीं हो सकता। तीन कृषि कानूनों को लेकर सरकार और किसान दोनों ही अपनी अपनी जिद पर अड़े हुए हैं। ऐसे में समाधान नही हो सकता। दोनों ही पक्षों को बातचीत से समाधान निकाला जा सकता है। उन्होने मानसिंह को ज्यादा से ज्यादा बहुमत देकर विजयी बनाने की अपील की। जनता की ओर से दूषित पानी की समस्या का समाधान करवाने का आश्वसन दिया।
टयूरिस्ट कांप्लेक्स के पूर्व चेयरमैन राव इंद्रपाल ने भी इस बार मानसिंह के समर्थन में जनता से वोट मांगें। मानसिंह ने कहा कि आप सभी का समर्थन बहुत जरूरी है। अगर मुझे चेयरमैन बनाया तो धारूहेडा की समस्याओं का प्राथमिकता से हल करूगां, चाहे वो राजस्थान का दूषित पानी हो या फिर घरो के उपर से जा रहे जानलेवा तार हों । धारूहेडा के विकास में कोई कमी नहीं रहेगीं। हर समस्या के समाधान के लिए आपके पास कंधे से कंधे मिलाकर खडा रहूंगा। इस मौके पर मंडल अध्यक्ष मनोज सैनी, रामपाल यादव, राव मनजीत सिंह, राव शिवदीप, ईश्वर सैनी आदि मौजूद रहे।
धारूहेडा: रानी संतोष देवी धर्मशाला में संबोधित करते अजय चौटाला