चेयरमैन चुनाव धारूहेडा: हाथी पर सवार हुआ पूर्व सरपंच मंगत का बेटा प्रदीप मौजम
धारूहेडा: सुनीन चौहान। नगर पालिका धारूहेड़ा के अध्यक्ष पद के उप-चुनाव की नामांकन शुक्रवार से शुरू हो गई हैं। कस्बे में दस से अधिक लोग चेयरमैन चुनाव के लिए दावे जता रहे, लेकिन पांचवे दिन में अभी तक एक भी नामांकन नहीं हुआ। वहीं पूर्व सरपंच मंगत सिंह के प्रदीप मौजम ने बहुजन समाज पार्टी से टिकट मिली है। मौजम बुधवार को सोहना रोड स्थित अंबेडकर पार्क में अपने कार्यकर्ताओं के साथ एकत्रित होंगेे तथा बाद में नपा कार्यालय में बसपा से चेयरमैन पद के लिए नामांकन करेंगें। पूर्व सरपंच के बेटे होने के चलते उनका भी अपना काफी बोट बैंक है।
नगराधीश व रिटर्निंग अधिकारी रोहित कुमार ने बताया कि नगर पालिका, धारूहेड़ा के प्रधान पद के उपचुनाव के लिए 2 सितंबर तक ही 11 से 3 बजे तक नामांकन दाखिल किए जाएंगे। वहीं 3 सितंबर 2021 (शुक्रवार) दोपहर 11.30 बजे के बाद नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी। नाम वापस लेने की अंतिम तिथि 4 सितंबर निर्धारित की गई है। इसी दिन चुनाव लडऩे वाले उम्मीदवारों को चुनाव चिन्ह आवंटित करने की तिथि है। साथ ही चुनाव लडऩे वाले उम्मीदवारों व मतदान केंद्रों की सूची भी चस्पा कर दी जाएगी। उपचुनाव 12 सितंबर 2021 (रविवार) प्रात: 8 से सायं 4.30 बजे के बीच होंगे। मतदान केंद्रों में मतदान समाप्त होने के तुरंत बाद मतगणना का कार्य किया जाएगा तथा परिणाम घोषित किया जाएगा। नपा सचिव अनिल कुमार ने बताया कि चुनावाी प्रकिया को लेकर मुनादी भी करवाई गई ताकि शांति पर पूर्वक मतदान हो सके। पांचवें दिन किसी भी उम्मीदवार ने नामांकान नहीं किया है।
कौन कौन है चेयरमैन की दोड में: पूर्व सरपंच के बेटे जितेंद्र यादव, सैनीसभा के प्रधान खेमचंद सैनी, संदीप बोहरा, इंद्रपाल मुकदम, पूर्व सरपंच मंगत के बेटा प्रदीप मौजम, जजपा प्रत्याशी मान सिंह, पार्षद नानक , पूर्व पंच रामनिवास प्रजापत, बावूलाल लांबा व दिनेश राव व विरेंद्र शोर्या शामिल है। जिनमें पांच प्रत्यार्शी पिछली बार भी चुनाव लड चुके है।
राय जानने के लिए संदीप बोहरा ने बुलाई मिटिंग: जहां पिछली बार चेयरमैन को लेकर दूसरे नंबर पर रहे संदीप बोहरा भाजपा से टिकट लेने के प्रयास में जूट हुए हैं। पिछली बार भाजपा से टिकट नहीं मिलने के चलते यूथ अध्यक्ष पद से इस्तीफा देकर निदर्लीय चुनाव लडा गया था। जिसके चलते वह दूसरे स्थान पर रहे थे। इस बार पांच पुराने प्रत्याशी होने तथा छह नए प्रतयासियों के मैदान मे आने से बोट बैंक बिगडते नजर आ रहे है।