रेवाड़ी : गीता जयंती महोत्सव में गुरुग्राम मंडल आयुक्त राजीव रंजन ने उपायुक्त यशेंद्र सिंह के साथ विभिन्न विभागों द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन किया। इस दौरान आयुक्त राजीव रंजन व उपायुक्त यशेंद्र सिंह ने प्रतिभागियों को सम्मानित भी किया। मुख्य अतिथि राजीव रंजन ने कहा कि गीता भारतीय संस्कृति की धरोहर और जीवन का मूल सार है, जो ज्ञान, धर्म और कर्म को प्रतिपादित करती है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा गीता महोत्सव कुरूक्षेत्र के साथ-साथ सभी जिलों में मनाने का निर्णय सराहनीय है। उन्होंने कहा कि गीता ज्ञान को धारण करने और अपने जीवन में आत्मसात करने के लिए हम सभी को इसका अध्ययन करना चाहिए। मंडलायुक्त ने कहा कि श्रीमद्भगवत गीता में संसार की सभी समस्याओं का समाधान है। गीता को जितनी बार पढ़ा जाए, हर बार जीवन को समझने का नया संदेश मिलता है। गीता व्यक्तिगत विकास,मोह व लालच से निकलने का सशक्त साधन है। उपायुक्त सिंह ने कहा कि गीता हमारे जीवन में पथ प्रदर्शक का काम करती हैं। आज हमारी देश की सभ्यता व संस्कृति का पूरे विश्व में अनुसरण किया जा रहा है। अधिकारियों ने गीता जयंती में भाग लेने वाले प्रतिभागियों, समाज सेवी संस्थाओं, जिला प्रशासन के अधिकारियों, कर्मचारियों और सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति देने वाले कलाकारों को पुरस्कृत किया। एडीसी आशिमा सांगवान ने तीन दिवसीय कार्यक्रम की विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि विभिन्न संस्थाओं के सहयोग से सफल कार्यक्रम का आयोजन हो सका। उन्होंने कार्यक्रम आयोजन में अहम भूमिका निभाने वाले लोकसंपर्क विभाग के अधिकारियों की भी पीठ थपथपाई।
मिलिट्री क्रास मेडल नान्हड़ सिंह के स्वजन ने ग्रहण किया सम्मान
इस अवसर पर मंडलायुक्त राजीव रंजन ने द्वितीय विश्व युद्ध में अपने अदम्य साहस का परिचय देने वाले रिसालदार स्व. नान्हड़ सिंह को विशेष सम्मान दिया गया। यह सम्मान उनके पुत्र रवि चौहान ने ग्रहण किया। उनको वार हीरो सम्मान दिया गया। इस अवसर पर मंडलायुक्त ने सेवानिवृत्त मेजर जनरल डा. वीके सिंह का संदेश भी पढ़कर सुनाया।
अष्टादश श्लोकों का किया उच्चारण
गीता महोत्सव प्रात: कालीन सत्र में बावल के एसडीएम संजीव कुमार ने तीसरे दिन के महोत्सव का शुभारंभ किया। सांस्कृतिक मंच पर एसडीएम बावल संजीव कुमार ने दीप प्रज्ज्वलित कर सांस्कृतिक कार्यक्रम का आगाज किया। गीता महोत्सव में दोपहर 12 बजे प्रदेशभर में भागीदार बनते हुए शिक्षा विभाग के शिक्षकों और धार्मिक संगठनों के प्रतिनिधियों सहित गीतापुरम में उपस्थित जनसमूह ने अष्टादश श्लोकों का विधिवत उच्चारण किया। जिससे पूरे पांडाल का वातावरण भक्तिमय हो गया। कलाकार मुकेश कुमार ने शिव तांडव स्त्रोत की शानदार प्रस्तुति देकर खूब तालियां बटोरी। नाहड़ स्कूल की छात्राओं ने योग का शानदार प्रदर्शन किया। सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग के कलाकारों ने भक्ति गीत की बेहतरीन प्रस्तुति दी। कार्यक्रम के तीनों दिन मृदुल आश्रय संस्था रेवाड़ी द्वारा सरकारी स्कूलों, अस्पतालों और विभिन्न संस्थाओं को फूलों के पौधे वितरित किए गए।