किसान आंदोलन: कृषि बिलो के विरोध में डहीना में किसान मजूदर पंचायत आयोजित

रेवाड़ी: सुनील चौहान। संयुक्त किसान मोर्चा के तत्वाधान में तीन काले कृषि कानूनों , संशोधित बिजली बिल के विरोध में एवं एमएसपी की गारंटी को कानूनी रूप देने की मांग को लेकर डहीना में चोथी सफल किसान मजदूर पंचायत का आयोजन किया गया जिसमें आसपास के किसान मजदूर समेत महिलाओं ने अच्छी खासी संख्या में हिस्सा लिया। पंचायत की अध्यक्षता श्री जयनारायण जैनाबाद भूतपूर्व सैनिक ने की। संचालन आल इंडिया किसान खेत मजदूर संगठन के नेता रामकुमार नीमोठ ने किया। संयुक्त किसान मोर्चा के जिला अध्यक्ष कामरेड राजेंद्र सिंह एडवोकेट ने संबोधित करते हुए कहा कि यह साबित हो चुका है कि केंद्र की सरकार अदानी अंबानी जैसे पूंजी पतियों के लिए एक एजेंट का काम कर रही है तमाम सरकारी प्रतिष्ठानों का निजीकरण करके कौड़ियों के दामों में अदानी अंबानी को बेच चुकी है। अब कृषि का निजीकरण करके एक किसान को उसके ही खेत में ही किसान को मजदूर बनाने का कानून लेकर आए हैं। सरकारी अनाज मंडी खत्म करके प्राइवेट अनाज मंडी लाकर तमाम आवश्यक चीजों पर पूंजीपतियों का कब्जा करवा दिया जाएगा और भूख को व्यापार की चीज बना दिया जाएगा। मजदूर और छोटा किसान सबसे पहले बर्बाद होगा फिर मध्यम वर्ग का किसान बर्बाद होंगा। सरकार के पास कानूनों को सही ठहराने का कोई कारण नहीं है, कोई जवाब नहीं है उल्टा जनता का ध्यान बांटने के लिए जात पात धर्म संप्रदाय और इलाका की तुच्छ मानसिकता को बढ़ावा दे रही है ताकि लोग बट जाए और सरकार की किसान मजदूर विरोधी नीतियां कामयाब हो।जिला प्रशासन किसान मजदूर पंचायतों को विफल करने के लिए भय और भ्रांति फैला रहा है ,इसकी निंदा की गई। बीजेपी के नेता द्वारा किसानो को राजनीतिक दलाल बताने की निंदा भी की गई। भारतीय किसान यूनियन चदूनी के नेता समय सिंह ने कहा की रेवाड़ी में संयुक्त किसान मोर्चा काबिल नेतृत्व के हाथों में मजबूती के साथ खड़ा है। जय किसान आंदोलन के नेता अबेय सिंह मास्टर धर्म सिंह ने कहा कि यह लड़ाई नस्ल और फसल को बचाने के लिए है अगर नस्ल और फसल उजड़ जाएगी तो समाज भी उजड़ जाएगा। भारतीय किसान यूनियन के नेता अशोक कुमार ने कहा कि अहिरवाल के लोग देर से ही सही परंतु सरकार की चाल को समझ चुके हैं अब यह आंदोलन रेवाड़ी के घर घर का आंदोलन बन जाएगा। ऑल इंडिया किसान खेत मजदूर संगठन के नेता विजय कुमार ने कहा किसान आंदोलन के इलावा और कोई विकल्प नहीं बचा ।, 22 सितम्बर को सायोरज माजरा मे पंचायत आयोजित की जाएगी। इस तरह की पंचायतों का सिलसिला जारी रहेगा । आनंद यादव ने कहा कि सरकार किसानो को दिल्ली जाने से रोक रही है। उन्होंने कहा कि सयुक्त किसान मोर्चा को और भी मजबूत करेगे।किसान नेता रामफल भालखि ने कहा गांव गांव में संघर्ष कमिटी बनाए जाएगी।विकास किसान ने भी अपने विचार रखे।अजय सिंह युवा नेता ने कहा कि किसान आंदोलन को तमाम जनता को रास्ता दिखा दिया। आज इस पंचायत में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पास किया गया की 27 सितंबर को भारत बंद सफल करेंगे और गंगचायाचा टोल प्लाजा को फ्री करवाएंगे और कल 20 सितम्बर को किसान भवन में सयुक्त किसान मोर्चा की मीटिंग बुलाकर आगमी रणनीति बनाएंगे। सयुक्त किसान मोर्चा ड हीना कमेटी का गठन किया गया जिसमें लाल सिंह को प्रधान,राजाराम , राज बीरेंद्र,रामनिवास ,थावर सिंह ,दिनेश,राजेश,राजबीर,प्रदीप कंवर सिंह लाल सिंह को सदस्य बनाए गए।