Rewari Oxygen news: ऑक्सीजन की जरूरत के लिए बनाएं ऑक्सीजन प्लान : डीसी

रेवाड़ी, 23 अप्रैल। उपायुक्त अजय कुमार ने सीएमओ को निर्देश दिए है कि ऑक्सीजन की जरूरत के लिए ऑक्सीजन प्लान बनाएं, जिसमें आईएमए के डाक्टरों को भी शामिल किया जाए।
डीसी अजय कुमार आज जिला सचिवालय सभागार में कोविड का इलाज कर रहे अस्पतालों के डाक्टरों व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे थे। उन्होंने कहा कि किस अस्पताल में कितनी ऑक्सीजन की जरूरत है यह समय रहते हुए बताया जाए ताकि इसकी पूर्ति कराई जा सके। उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन की सप्लाई का आवंटन उसी अनुपात में किया जाए जहां जितनी ऑक्सीजन की जरूरत है तथा समय पर सप्लाई सुनिश्चित हो इसके लिए डाक्टरों के लिए हेल्पलाईन नंबर जारी किया जाए।
डीसी ने कहा कि आवंटित ऑक्सीजन की आपूर्ति नियमित तौर पर आती रहे इसक े लिए 24 घंटे 7 दिन एक हेल्प लाईन नंबर आईएमए गु्रप में सांझा करें ताकि अस्पताल आपातकाल के समय उक्त नंबर पर सम्पर्क कर सकें। उन्होंने निजी अस्पतालों में कोविड मरीजों के लिए 50 प्रतिशत बेड आरक्षित करने के भी निर्देश दिए। डीसी ने कोविड का इलाज कर रहे अस्पतालों के डाक्टरों से कहा कि वे अस्पतालों पर रेट अंकित करें तथा बेड की संख्या का उल्लेख भी करें।
अजय कुमार ने ऑक्सीजन के खाली सिलेंडर के लिए जीएम इंडस्ट्रीज को उपलब्ध कराने के लिए कहा। उपायुक्त ने कहा कि माना जा रहा है कि कोरोना की दूसरी लहर पहली लहर से भी ज्यादा खतरनाक है, ऐसे में सभी को अपने आप को इस लहर से बचाने के लिए आवश्यक प्रबंध व सुरक्षा बरतनी होगी। उन्होंने संबंधित विभागीय अधिकारियों से कहा कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए बचाव के तरीकों पर अमल करें, ताकि संक्रमण को फैलने से रोका जा सके।
उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि अधिक से अधिक टैस्टिंग की जाएं तथा कान्टेक्ट ट्रेसिंग पर भी जोर दिया जाएं।
एडीसी राहुल हुड्डïा ने कहा कि जिनके पास वेंटिलेटर है और चलाने की मेनपावर नहीं है ऐसेे अस्पताल वेंटिलेटरों को ऐसे अस्पतालों को दें जिनमें मेनपावर उपलब्ध हो ताकि कोविड रोगियों का इलाज किया जा सके।
इस अवसर पर एसडीएम रेवाडी रविन्द्र यादव, सीटीएम रोहित कुमार, सीएमओ डॉ सुशील माही, डिप्टी सीएमओ डॉ विजय प्रकाश, डॉ दीपक, आईएमए के प्रधान डा. पवन गोयल के अलावा रेवाड़ी जिला के कोविड का इलाज करने वाले 11 अस्पतालों के डाक्टर उपस्थित रहे।