आख्रिर कैसे बने कुशल प्रशासक डीसी यशेन्द्र सिंह , जानिए क्या है खूबियां

जिला में ऑक्सीजन आपूर्ति का सही गणित बिठाकर हर जरूरतमंद को पहुंचाई राहत
रेवाड़ी, 9 मई। सुनील चौहान। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर को जिला से मुक्ति दिलाने और संक्रमण के ग्रस्त लोगों की सेवा में उपायुक्त यशेन्द्र सिंह के प्रयास हर जरूरत मंद को राहत दिलाने में मददगार साबित हो रहे हैं। चाहे कोरोना वैक्सीन की बात हो या फिर मरीजों के लिए लाइफ लाइन कहे जाने वाली ऑक्सीजन की, हर स्तर पर उपायुक्त ने एक बेहतरीन कुशल प्रशासक के तौर पर कार्य करते हुए समस्याओं का त्वरित समाधान किया। आज डीसी यशेन्द्र सिंह के कुशल मार्गदर्शन में जहाँ एक व्यवस्था अनुरूप ऑक्सीजन का प्रॉपर वितरण हो रहा है, वहीं जिला में बगैर किसी व्यवधान के 18 प्लस और 45 आयु वर्ग के नागरिकों को कोरोना से बचाव की वैक्सीन देने का कार्य सुचारू रूप से चल रहा है।
डीसी यशेन्द्र सिंह प्रत्येक जिलावासी को कोरोना से बचाव की दिशा में कार्य को तत्पर दिखाई दे रहे हैं। आमजन भी उपायुक्त यशेन्द्र सिंह के कोरोना को लेकर बेहतर प्रबंधन से राहत महसूस कर रहा है। डीसी यशेन्द्र सिंह ने ऑक्सीजन की पूर्ति के लिए अन्य जिलों से लोन के उपर सिलेंडर भी लिए ताकि जिले के कोविड मरीजों को परेशानी न हो।

चुनोती के रूप में मिली ऑक्सीजन उपलब्धता की जिमेदारी: गत माह मसूरी सिथत लाल बहादुर शास्त्री अखिल भारतीय सिविल सर्विस ट्रेनिंग अकादमी मे आयोजित ट्रेनिग के लिये डीसी यशेन्द्र सिंह भले ही मसूरी गए, मगर उनके लिए जिलावासियों की सेवा का भाव मन में बना रहा। 29 अप्रैल को ट्रेनिंग से लौटते ही उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से कोरोना और विशेषकर ऑक्सीजन से जुड़ी जानकारी ली और बिना किसी देरी के बावल सिथत अग्रवाल रिफिल केंद्र पहुँचे और ऑक्सीजन रिफ़र्लिंग से लेकर वितरण संबंधी तथ्य लिए। रिफलिंग अधिकारियों को स्पष्ठ निर्देश भी दिए कि बिना नोडल अधिकारी की अनुमति के ऑक्सीजन वितरण नहीं होगा। साथ ही ऑक्सीजन का वितरण पारदर्शी तरीके से हो,इसके लिए सीसी टीवी लगवाने के निर्देश दिए। तब से नियमित रूप से उपायुक्त यशेन्द्र सिंह बावल पहुँचकर ऑक्सीजन से जुड़े हर पहलु की मानिटरिंग कर रहे हैं। आज जिला में सरकार और जिला प्रशासन के नियम अनुसार कोरोना का इलाज कर रहे स्वास्थ्य संस्थाओं और जरूरत मंद रोगियों को ऑक्सीजन वितरण हो रहा है।